CP Radhakrishnan: भारतीय राजनीति में बड़ा बदलाव सामने आया है. एनडीए ने आखिरकार उपराष्ट्रपति पद के लिए अपने उम्मीदवार का नाम घोषित कर दिया है. रविवार (17 अगस्त 2025) को बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बताया कि सीपी राधाकृष्णन को एनडीए की ओर से उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया गया है. इस घोषणा के साथ ही राजनीतिक हलकों में हलचल तेज हो गई है.
जेपी नड्डा ने कहा कि एनडीए चाहता है कि उपराष्ट्रपति का चुनाव सर्वसम्मति से हो और इसके लिए विपक्षी नेताओं से भी बातचीत की जा रही है.
उपराष्ट्रपति पद के लिए कितने सांसदों का समर्थन ज़रूरी?
भारत के उपराष्ट्रपति का चुनाव संसद के दोनों सदनों के सदस्य करते हैं. इसमें लोकसभा और राज्यसभा के सभी सांसद, साथ ही राज्यसभा के मनोनीत सदस्य भी शामिल होते हैं. इस समय दोनों सदनों की कुल प्रभावी संख्या 786 है. यानी, अगर सभी सांसद वोट डालें तो जीतने के लिए उम्मीदवार को 394 वोट चाहिए होंगे.
संसद में एनडीए की स्थिति कितनी मज़बूत?
इस बार एनडीए अपने उम्मीदवार को जिताने की पूरी स्थिति में नज़र आ रहा है. लोकसभा में 543 सीटों में से अभी 542 सदस्य हैं. इनमें एनडीए के पास 293 सांसद हैं. राज्यसभा में 245 की क्षमता में से 5 सीटें खाली हैं, यानी कुल 240 सांसद हैं. इनमें एनडीए के पास 129 सांसद (मनोनीत सदस्यों के समर्थन सहित) मौजूद हैं. इस तरह दोनों सदनों को मिलाकर एनडीए के पास 422 वोट हैं. यानी यह संख्या जीत के लिए आवश्यक आंकड़े से काफी ज्यादा है.
कब होगा चुनाव?
संविधान के आर्टिकल 68(2) के अनुसार, उपराष्ट्रपति पद रिक्त होने पर जल्द से जल्द चुनाव कराया जाना चाहिए. मौजूदा उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई 2025 को स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर इस्तीफा दे दिया था. इसी कारण अब 9 सितंबर 2025 को नए उपराष्ट्रपति के चुनाव होने जा रहे हैं.
पीएम मोदी ने जताई खुशी
एनडीए की ओर से नामांकन की घोषणा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीपी राधाकृष्णन की तारीफ करते हुए कहा, "राधाकृष्णन जी ने हमेशा समाज की सेवा और हाशिए पर खड़े लोगों को सशक्त बनाने पर ध्यान दिया है. सांसद और राज्यपाल के रूप में उनके लंबे अनुभव से देश को लाभ मिलेगा."
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