ट्रंप की नई चाल! आखिर पुतिन के जिगरी दोस्त से क्यों मिलेंगे अमेरिकी राष्ट्रपति? दुनिया के बड़े तानाशाहों में होती है गिनती

    Trump Meet kim jong un: दुनिया की राजनीति में कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं जो जितना चौंकाते हैं, उतना ही प्रभावित भी करते हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन का संबंध भी कुछ ऐसा ही रहा है, कभी धमकियों की आंधी, कभी दोस्ती की मुस्कान. अब एक बार फिर से यह रिश्ता सुर्खियों में है.

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    Image Source: ANI/ File

    Trump Meet kim jong un: दुनिया की राजनीति में कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं जो जितना चौंकाते हैं, उतना ही प्रभावित भी करते हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन का संबंध भी कुछ ऐसा ही रहा है, कभी धमकियों की आंधी, कभी दोस्ती की मुस्कान. अब एक बार फिर से यह रिश्ता सुर्खियों में है.

    वॉशिंगटन से आ रही ताज़ा खबरों के मुताबिक, डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिए हैं कि वे भविष्य में किम जोंग उन से फिर मुलाकात कर सकते हैं. ट्रंप ने अपनी ‘पर्सनल बॉन्डिंग’ का ज़िक्र करते हुए कहा कि किम के साथ उनकी कैमिस्ट्री काफी अच्छी रही है और वे किसी न किसी दिन ज़रूर उनसे मिलेंगे.

    पुतिन से मुलाकात के बाद अब पुतिन के दोस्त से बातचीत की तैयारी

    गौरतलब है कि ट्रंप हाल ही में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी मिले थे. ऐसे में यह बयान और भी खास हो जाता है क्योंकि किम जोंग उन और पुतिन के बीच भी मजबूत रिश्ते हैं. इससे यह सवाल उठता है कि क्या ट्रंप इस मुलाकात के जरिए वैश्विक कूटनीति की नई चाल चलना चाहते हैं?

    दक्षिण कोरिया के नए राष्ट्रपति से चर्चा, एजेंडे में नॉर्थ कोरिया

    ट्रंप का यह बयान उस समय आया है जब वे दक्षिण कोरिया के नए राष्ट्रपति ली जे म्यंग से मिलने वाले हैं. यह मीटिंग नॉर्थ कोरिया को लेकर बेहद अहम मानी जा रही है. अमेरिका और दक्षिण कोरिया दोनों चाहते हैं कि प्योंगयांग को बातचीत के रास्ते पर लाया जाए, ताकि उसके परमाणु कार्यक्रम पर रोक लग सके.

    हिलेरी पर फिर से जुबानी हमला

    ट्रंप ने अपने बयान में एक बार फिर 2016 की चुनावी जंग को याद किया और पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन पर निशाना साधा. उन्होंने दावा किया कि अगर हिलेरी राष्ट्रपति बनी होतीं, तो अब तक अमेरिका और नॉर्थ कोरिया के बीच परमाणु युद्ध शुरू हो चुका होता.

    किम यो-जोंग का भी ज़िक्र

    ट्रंप ने दिलचस्प टिप्पणी करते हुए कहा कि वे किम जोंग उन को दुनिया में सबसे ज्यादा जानते हैं, बस सिवाय उनकी बहन किम यो-जोंग के. किम यो-जोंग को उत्तर कोरिया की सत्ता में एक उभरती हुई ताकत माना जाता है.

    डिप्लोमेसी की पुरानी स्क्रिप्ट या नई कहानी?

    अब तक ट्रंप और किम तीन बार मिल चुके हैं, 2018 में सिंगापुर, 2019 में हनोई और उसी साल डीएमजेड पर. लेकिन इन बैठकों से कोई ठोस नतीजा नहीं निकला. ऐसे में सवाल यह है कि अगर यह चौथी मुलाकात होती है, तो क्या यह महज राजनीतिक ड्रामा होगी या फिर वाकई कोई सार्थक मोड़ लेगी?

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