आखिर ट्रंप ने मुनीर को क्यों किया लंंच पर इंवाइट? जानें क्या है इसके पीछे का प्लान!

    वॉशिंगटन डीसी में बुधवार को हुई एक अहम मुलाकात ने अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हलचल मचा दी. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पाकिस्तान के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर ने व्हाइट हाउस में लंच पर चर्चा की, जिसने भारत सहित कई देशों की निगाहें अपनी ओर खींच लीं.

    Why trump had a lunch with field marshall asim munir
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    वॉशिंगटन डीसी में बुधवार को हुई एक अहम मुलाकात ने अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हलचल मचा दी. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पाकिस्तान के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर ने व्हाइट हाउस में लंच पर चर्चा की, जिसने भारत सहित कई देशों की निगाहें अपनी ओर खींच लीं. पाकिस्तानी सेना प्रमुख को अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा व्हाइट हाउस बुलाना एक असामान्य कदम माना जा रहा था. लेकिन जैसे-जैसे मीटिंग की वजह सामने आई, इसकी पृष्ठभूमि और मकसद स्पष्ट होते गए.

    ट्रंप ने क्यों बुलाया मुनीर को लंच पर?

    व्हाइट हाउस की आधिकारिक प्रतिक्रिया के अनुसार, असीम मुनीर को इसलिए बुलाया गया क्योंकि उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच जारी तनाव को शांत करने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. यही नहीं, उन्होंने ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित करने की भी अपील की थी, जो कि दक्षिण एशिया में तनाव को रोकने के उनके प्रयासों की मान्यता के रूप में देखा गया.

    डोनाल्ड ट्रंप का बयान "मैंने युद्ध रोका" मुलाकात के बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, मैंने उन्हें (मुनीर) यहां आमंत्रित किया क्योंकि उन्होंने युद्ध में न जाने और इसे समाप्त करने के लिए जो भूमिका निभाई, वह सराहनीय है. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हाल ही में यहां थे और हम दोनों देशों के साथ व्यापार समझौते पर काम कर रहे हैं. ट्रंप ने आगे कहा मुझे लगता है कि मोदी एक अद्भुत नेता हैं. मैंने दोनों से बात की और दो परमाणु संपन्न राष्ट्रों के बीच युद्ध को रोकने में मदद की. आज, मैं सम्मानित महसूस करता हूं कि मैं उन दो नेताओं से मिला, जिन्होंने शांति को प्राथमिकता दी.

    पाकिस्तान की नई छवि को गढ़ने की कोशिश

    पाकिस्तान के इतिहास में असीम मुनीर को हाल ही में फील्ड मार्शल की पदवी दी गई है—1959 में अयूब खान के बाद पहली बार किसी अधिकारी को यह रैंक मिला. यह मुलाकात इस ओर भी संकेत करती है कि अमेरिका, पाकिस्तान की सेना के साथ अपने पुराने संबंधों को पुनर्स्थापित करने की कोशिश में है. मुनीर ने अमेरिकी अधिकारियों से अपील की कि पाकिस्तान को एक सभ्य राष्ट्र की तरह ट्रीट किया जाए. उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान क्षेत्र में शांति बनाए रखने के प्रयासों में अमेरिका का साथ देना चाहता है.

    पहलगाम हमला: भारत-पाक तनाव की वजह

    22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के रिश्तों में भारी तल्खी आ गई. इसके बाद भारत ने 6-7 मई की रात पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की. इस कार्रवाई से बौखलाए पाकिस्तान ने ड्रोन हमलों का सहारा लिया, जिसका भारत ने सख्त जवाब दिया. भारत ने अपने एयर डिफेंस सिस्टम की मदद से पाकिस्तान के ड्रोन गिराए और जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के कई सैन्य अड्डों को नुकसान पहुंचाया.

    भारत की सख्ती के बाद अमेरिका की भूमिका

    भारत की कड़ी प्रतिक्रिया और पाकिस्तान की बौखलाहट के बीच ही फील्ड मार्शल असीम मुनीर अमेरिका पहुंचे और शांति की अपील के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति से मुलाकात की. इसके बाद पाकिस्तान के डीजीएमओ ने भारत के डीजीएमओ से संपर्क कर वार्ता और शांति की बात कही.

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