दुबई एयरशो में भारतीय वायुसेना के तेजस लड़ाकू विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने और पायलट विंग कमांडर नमांश स्याल के निधन के बाद भी शो को न रोकने का फैसला लगातार सवालों के घेरे में है. सोशल मीडिया पर कई उपयोगकर्ताओं ने आरोप लगाया कि घातक हादसे के बावजूद एयरशो का जारी रहना संवेदनहीनता जैसा है. बढ़ते विरोध के बीच अब दुबई एयरशो आयोजकों की ओर से आधिकारिक सफाई सामने आई है.
आयोजकों ने क्या कहा?
दुबई एयरशो की आयोजन समिति ने X (पूर्व में ट्विटर) पर जारी बयान में विंग कमांडर स्याल के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया और बताया कि कार्यक्रम जारी रखने का निर्णय हल्के में नहीं लिया गया. उनके मुताबिक, यह कदम भारतीय पायलट की “एविएशन के प्रति प्रतिबद्धता और जुनून” का सम्मान करने के लिए उठाया गया.
आयोजकों ने स्पष्ट किया कि हादसे के बाद तुरंत भारतीय टीम और आयोजकों के बीच विस्तृत बातचीत हुई. इसी सलाह-मशविरा के बाद यह तय किया गया कि शो को रोकने के बजाय पायलट को श्रद्धांजलि स्वरूप इसे जारी रखा जाए. बयान में यह भी बताया गया कि हादसे के बाद होने वाले आखिरी फ्लाइंग डिस्प्ले विंग कमांडर स्याल को समर्पित थे.
शनिवार को रखी गई विशेष श्रद्धांजलि सभा
आयोजकों ने कहा कि शनिवार को एक औपचारिक श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें पायलट के योगदान और उनकी सेवा को सलाम किया गया. समिति ने बताया कि उनकी संवेदनाएं पायलट के परिवार, वायुसेना के सहयोगियों और दुर्घटना से प्रभावित सभी लोगों के साथ हैं.
कैसे हुआ हादसा?
दुर्घटना शुक्रवार दोपहर लगभग 2:10 बजे अल मकतूम इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर हुई. तेजस विमान को कुल आठ मिनट के डेमो फ्लाइट के लिए शेड्यूल किया गया था, लेकिन चौथे मिनट में ही विमान तेजी से नीचे आया और जमीन से टकराते ही आग की लपटों में घिर गया.
हादसा इतना अचानक हुआ कि विंग कमांडर स्याल को इजेक्ट करने का भी समय नहीं मिल सका. वायुसेना और स्थानीय अधिकारियों ने तुरंत प्रतिक्रिया दी, लेकिन पायलट को बचाया नहीं जा सका.
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