DGAO AK Bharti: भारतीय वायुसेना के महानिदेशक वायु संचालन (DGAO) एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती आज देश के उन शीर्ष सैन्य अधिकारियों में शामिल हैं, जिन्होंने अपने निर्णय, नेतृत्व और सामरिक कौशल से भारत की सुरक्षा को नया आयाम दिया है. मई 2025 में पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के खिलाफ चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता के पीछे एयर मार्शल भारती की रणनीतिक योजना और निर्णायक सोच अहम भूमिका में रही.
DGAO एके भारती की शिक्षा
पूर्णिया (बिहार) से आने वाले एयर मार्शल भारती ने देश के सबसे प्रतिष्ठित सैन्य शिक्षण संस्थानों में अध्ययन किया है. उन्होंने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) से प्रारंभिक सैन्य शिक्षा प्राप्त की. राष्ट्रीय रक्षा कॉलेज (NDC), नई दिल्ली से रणनीति और सुरक्षा नीति में विशेषज्ञता हासिल की. वेलिंगटन स्थित स्टाफ कॉलेज से उच्च स्तरीय प्रशिक्षण लिया. एक प्रशिक्षित फाइटर कॉम्बैट लीडर के रूप में उन्होंने भारतीय वायुसेना की सामरिक क्षमताओं को मजबूती दी.
सेना का सफर
1987 में वायुसेना की लड़ाकू शाखा में शामिल होने के बाद एयर मार्शल भारती ने अनेक संवेदनशील और महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों का निर्वहन किया है. सुखोई-30 एमकेआई स्क्वाड्रन की कमान (2005–2007) संभाली. अंतरराष्ट्रीय अभ्यास जैसे गगन शक्ति, इंद्रधनुष 2006 (रॉयल एयर फोर्स के साथ) और गरुड़ 2007 (फ्रेंच एयर फोर्स के साथ) में उनकी नेतृत्व क्षमता ने भारतीय वायुसेना को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाई. वायु रक्षा परिचालन के संयुक्त निदेशक के रूप में उन्होंने वायु रक्षा नीति निर्धारण और क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. वर्तमान में, महानिदेशक वायु संचालन (DGAO) के रूप में वह भारतीय वायुसेना की संपूर्ण हवाई अभियानों के प्रभारी हैं और युद्धकालीन तैयारी सुनिश्चित करते हैं.
सम्मान और पुरस्कार
एयर मार्शल भारती को उनके अनुकरणीय योगदान के लिए कई प्रतिष्ठित सैन्य सम्मान मिल चुके हैं.
नेतृत्व और साहस के लिए - वायु सेना पदक (2008)
असाधारण सेवा के लिए - CAS प्रशंसा (1997)
दुर्घटनारहित उड़ानों और सुरक्षा मानकों के लिए - ‘तीन सितारे’ पुरस्कार
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