गाजा पट्टी में जारी युद्ध के बीच, इजरायल और हमास के बीच सीजफायर की उम्मीदें कम होती जा रही हैं. इस संकट के बीच, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक नई रणनीति अपनाई है, जिसमें गाजा के मध्य क्षेत्र को पूरी तरह से खाली करने की धमकी दी गई है. यह क्षेत्र, जो अब तक इजरायली सेना की गतिविधियों से काफी हद तक बचा हुआ था, अब पूरी तरह से संकट में आ गया है.
रविवार को इजरायली सेना ने गाजा के मध्य क्षेत्र में निकासी चेतावनियाँ जारी कीं, खासतौर पर दीर अल-बलाह और गाजा के दक्षिणी हिस्से, जैसे रफ़ा और खान यूनुस के बीच. इस आदेश से इन क्षेत्रों में संपर्क कटने का खतरा है, जो यहां के नागरिकों के लिए और भी भारी संकट साबित हो सकता है. यह चेतावनी ऐसे समय में दी गई है, जब कतर में इजरायल और हमास के बीच सीजफायर के प्रयास चल रहे हैं, लेकिन अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थों के मुताबिक, अब तक इस दिशा में कोई ठोस सफलता नहीं मिली है.
नेतन्याहू का कड़ा रुख और गाजा के लोग
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू लगातार कह रहे हैं कि गाजा में सैन्य दबाव बढ़ाकर हमास पर समझौते के लिए दबाव डाला जा सकता है. उनका कहना है कि गाजा में बढ़ते सैन्य हमले हमास को झुकाने में मदद करेंगे. इस कड़ी में, इजरायली सेना ने गाजा के मध्य क्षेत्र में अपने हमलों को और तेज़ करने की योजना बनाई है. सेना के प्रवक्ता अविचाय अद्रई ने कहा कि गाजा के लोगों को मुवासी क्षेत्र की ओर जाना चाहिए, जिसे इजरायल ने मानवीय क्षेत्र घोषित किया है.
गाजा में मानवता का संकट एक साल से अधिक की लड़ाई
गाजा की 20 लाख से अधिक आबादी इस समय भयंकर मानवीय संकट का सामना कर रही है. 7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमले के बाद से यह संकट और भी गहरा गया. उस हमले में करीब 1200 इजरायली नागरिकों की मौत हो गई और 251 लोग बंधक बना लिए गए. अब तक केवल 50 बंधक जीवित हैं, और उनके बचने की संभावना बेहद कम है. इस हमले के बाद इजरायली सेना ने गाजा में सैन्य कार्रवाई शुरू की, जिससे फिलीस्तीनियों की भारी मौतें हुईं. गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अब तक 58,000 से अधिक फिलीस्तीनी नागरिक मारे जा चुके हैं.
अंतरराष्ट्रीय संगठनों का मौन और इजरायली सेना की कार्रवाई
गाजा के जिस क्षेत्र में निकासी चेतावनियाँ जारी की गई हैं, वहां कई अंतरराष्ट्रीय सहायता संगठन सक्रिय हैं, लेकिन अब तक इन संगठनों से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. इजरायली सेना की तेज़ और गंभीर हमले की योजना से क्षेत्र में और भी अधिक विनाश होने की संभावना है. "हॉस्टेज फैमिली फोरम" ने इजरायली सेना की कार्रवाई की आलोचना करते हुए सवाल उठाया है कि गाजा के मध्य क्षेत्र में इजरायल को आखिरकार क्या हासिल करना है?
संघर्ष का मानवतावादी पहलू
गाजा में हो रही इस लड़ाई के परिणामस्वरूप मानवीय संकट हर दिन बढ़ता जा रहा है. यहां के लोग अब तक न सिर्फ युद्ध से प्रभावित हैं, बल्कि उन्हें बुनियादी आवश्यकताओं का भी भारी अभाव है. खाद्य, पानी, चिकित्सा, और सुरक्षित आश्रय की कमी ने लाखों लोगों की जिंदगी और मौत के बीच असमंजस पैदा कर दिया है. अंतरराष्ट्रीय समुदाय को चाहिए कि वह इस संकट का समाधान खोजने के लिए ठोस कदम उठाए और गाजा के निवासियों की मदद के लिए अधिक संसाधन उपलब्ध कराए.
यह भी पढ़ें: रूस के Tu-95 बॉम्बर ने भरी उड़ान, 3800 किमी दूर से यूक्रेन पर किया हमला, क्यों घबराया अमेरिका?