Kurnool Bus Tragedy: आंध्र प्रदेश के कुरनूल ज़िले में शुक्रवार तड़के एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ. हैदराबाद से बेंगलुरु जा रही एक बस अचानक आग की लपटों में घिर गई, जिसमें 20 से अधिक यात्रियों की जलकर मौत हो गई. यह हादसा कुरनूल के चिन्ना टेकुर गांव के पास हुआ, जब बस सड़क पर पड़ी एक बाइक से टकरा गई. टक्कर इतनी तेज थी कि बस का फ्यूल टैंक फट गया, और देखते ही देखते पूरी बस आग के गोले में बदल गई.
चंद सेकंडों में मौत बन गई यात्रा
पुलिस जांच में सामने आया कि यह बस वी कावेरी ट्रेवल्स कंपनी की थी, जो रात के समय हाईवे से गुजर रही थी. हादसे के वक्त ज़्यादातर यात्री सो रहे थे. जब बस में आग लगी, तो उन्हें बाहर निकलने या जान बचाने का कोई मौका नहीं मिला. कुछ यात्रियों ने खिड़कियों से बाहर निकलने की कोशिश की, लेकिन आग इतनी तेजी से फैली कि बस के अंदर हर दिशा में लपटें उठने लगीं.
क्या है हादसे की वजह?
शुरुआती जांच में माना जा रहा था कि बस बाइक से टकराने के बाद फ्यूल टैंक फटने से आग लगी. लेकिन अब जांच में इलेक्ट्रॉनिक विस्फोट की आशंका भी जताई जा रही है. बस के लगेज कंपार्टमेंट में 234 नए मोबाइल फोन रखे हुए थे, जिनकी कीमत करीब ₹46 लाख बताई जा रही है. इन फोन को एक व्यापारी मंगनाथ हैदराबाद से बेंगलुरु भेज रहा था. फायर सर्विस और फोरेंसिक टीम के मुताबिक, फोन की लिथियम-आयन बैटरियां और बस के AC सिस्टम से जुड़ी इलेक्ट्रिक बैटरी, दोनों ही विस्फोट की बड़ी वजह हो सकती हैं.
"बैटरी फटी और भड़क गई आग"
आंध्र प्रदेश फायर सर्विसेज के डायरेक्टर जनरल पी. वेंकटरमना ने बताया, “बस के लगेज केबिन में रखे मोबाइल फोन की बैटरियां आग पकड़कर फट गई होंगी, जिससे लपटें और भड़क गईं. कुछ चश्मदीदों ने आग लगने के दौरान तेज धमाकों की आवाजें सुनी थीं.” फोरेंसिक विशेषज्ञों ने यह भी बताया कि बस में मौजूद 12 KV की दो बैटरियां भी गर्मी और झटके के कारण फट सकती हैं. इससे एग्जिट गेट के पास की आग और तेज़ हुई, जिससे यात्रियों के निकलने का रास्ता बंद हो गया.
बस का मटीरियल भी बना खतरा
जांच में यह भी सामने आया कि बस में इस्तेमाल किया गया ज्वलनशील मटीरियल जैसे मेटैलिक पेंट, प्लास्टिक पैनल और सीट फोम ने आग को और फैलाने में अहम भूमिका निभाई. विशेषज्ञों के अनुसार, हादसे के कुछ सेकंड के भीतर ही बस का पूरी तरह जल जाना इसी वजह से संभव हुआ.
हादसे के बाद जांच जारी
कुरनूल जिला प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं और फोरेंसिक टीम ने बस के अवशेषों से सबूत जुटाने शुरू कर दिए हैं. मरने वालों की पहचान के लिए DNA सैंपल लिए जा रहे हैं. राज्य सरकार ने मृतकों के परिवारों को मुआवजे की घोषणा की है और कहा है कि बस सुरक्षा मानकों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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