Virat Kohli Birthday 2025: भारतीय क्रिकेट के सुपरस्टार विराट कोहली आज (5 नवंबर 2025) अपना 36वां जन्मदिन मना रहे हैं. समय के साथ उनकी उम्र भले ही बढ़ी हो, लेकिन मैदान पर उनकी फिटनेस, जुनून और रन बनाने की भूख आज भी पहले जैसी है. क्रिकेट की दुनिया में विराट कोहली वह नाम हैं, जिनकी हर पारी में समर्पण, तकनीक और आक्रामकता का संगम दिखता है. भले ही अब उन्होंने टी20 और टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया हो, लेकिन वनडे में उनका जादू बरकरार है. फैंस को अब 2027 वर्ल्ड कप में उन्हें एक बार फिर नीली जर्सी में देखने की उम्मीद है.
आइए उनके जन्मदिन के मौके पर नजर डालते हैं विराट कोहली की पांच ऐतिहासिक पारियों पर, जिन्होंने भारतीय क्रिकेट इतिहास में सुनहरे अक्षरों में अपना नाम दर्ज कराया.
1. 133 रन बनाम श्रीलंका, होबार्ट (2012) – “चेज मास्टर” का जन्म
साल 2012 की बात है. ऑस्ट्रेलिया में खेली जा रही CB त्रिकोणीय सीरीज में भारत को श्रीलंका के खिलाफ 321 रन का लक्ष्य मिला था. मुश्किल ये थी कि जीत के साथ-साथ 40 ओवरों के भीतर बोनस पॉइंट भी चाहिए था.लेकिन कोहली के दिमाग में पहले से एक स्क्रिप्ट तैयार थी. उन्होंने पहले गौतम गंभीर और फिर सुरेश रैना के साथ साझेदारी करते हुए श्रीलंकाई गेंदबाजों की जमकर खबर ली. सिर्फ 86 गेंदों में 133 रन, 16 चौके और 2 छक्के — और भारत ने 36.4 ओवर में ही लक्ष्य हासिल कर लिया. उस दिन होबार्ट में कोहली नहीं, एक तूफान खेल रहा था.
2. 183 रन बनाम पाकिस्तान, ढाका (2012) – “किंग” का ऐलान
एशिया कप 2012 में जब पाकिस्तान ने 329 रन का पहाड़ खड़ा किया, तो सबको लगा भारत हार जाएगा. लेकिन कोहली ने ढाका में ऐसा तूफान मचाया कि पूरा पाकिस्तान हिल गया.183 रनों की पारी, 148 गेंदों में, 22 चौके और 1 छक्का — और टीम इंडिया ने 13 गेंद शेष रहते ही जीत दर्ज की.यही वह मैच था, जब कोहली को पहली बार “चेज मास्टर” कहा गया. आज भी यह उनका वनडे का सर्वश्रेष्ठ स्कोर है.
3. एडिलेड टेस्ट, 2014 – चौथी पारी में 141 रन की जंग
ऑस्ट्रेलियाई धरती पर 2014 का एडिलेड टेस्ट विराट कोहली के करियर की सबसे यादगार टेस्ट पारियों में से एक है.पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया ने 517 रन बनाए. भारत पिछड़ गया, लेकिन चौथी पारी में जब लक्ष्य 364 का था, तो कप्तान कोहली ने मोर्चा संभाला.175 गेंदों में 141 रन, पूरे आत्मविश्वास और आक्रामक अंदाज़ में. हालांकि भारत 48 रन से मैच हार गया, लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने उस दिन समझा — कोहली किसी से नहीं डरते.यह पारी भारतीय कप्तान की बहादुरी और नेतृत्व का प्रतीक बन गई.
4. 149 रन बनाम इंग्लैंड, बर्मिंघम टेस्ट (2018) – आलोचकों को दिया जवाब
2014 के इंग्लैंड दौरे पर विराट कोहली की नाकामी को बार-बार याद दिलाया जाता था. लेकिन 2018 में जब वे बर्मिंघम पहुंचे, तो पूरी दुनिया ने देखा कि उन्होंने कैसे वापसी की.मुश्किल पिच पर इंग्लिश गेंदबाजों के खिलाफ कोहली ने 149 रनों की शानदार पारी खेली. उनका हर कवर ड्राइव, हर फ्लिक इंग्लैंड के लिए जवाब था.इस पारी की बदौलत भारत ने टेस्ट में 31 रनों से जीत दर्ज की.यह शतक सिर्फ रन नहीं था — यह कोहली का संदेश था कि क्लास कभी आउट ऑफ फॉर्म नहीं होती.
5. 82 रन बनाम पाकिस्तान, मेलबर्न (T20 वर्ल्ड कप 2022) – भावनाओं का विस्फोट*
मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर वो रात शायद कोई भारतीय फैन भूल नहीं सकता. पाकिस्तान के खिलाफ 160 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत के 31 रन पर 4 विकेट गिर चुके थे.जब सबको लगा मैच गया, तभी कोहली ने मोर्चा संभाला.53 गेंदों में नाबाद 82 रन, और हारिस रऊफ को लगाया गया वह “आइकॉनिक सिक्स” — जिसने भारत को जीत दिलाई और कोहली को अमर बना दिया.स्वयं विराट ने बाद में कहा, “यह मेरी जिंदगी की सबसे खास पारी थी.”
विराट कोहली: एक खिलाड़ी नहीं, एक युग
विराट कोहली ने अपने खेल से सिर्फ रिकॉर्ड नहीं बनाए, बल्कि भारतीय क्रिकेट में आत्मविश्वास की एक नई परिभाषा गढ़ी. चाहे टेस्ट हो या वनडे, उनका हर रन जुनून, मेहनत और देशभक्ति का प्रतीक है.36 की उम्र में भी उनका समर्पण, फिटनेस और खेल के प्रति प्रेम युवाओं के लिए प्रेरणा है.
यह भी पढ़ें: बुधवार को विश्व विजेता बेटियों से मिलेंगे पीएम मोदी, पूरी टीम के साथ करेंगे डिनर