नई दिल्ली: क्रेडिट रेटिंग एजेंसी क्रिसिल की हालिया रिपोर्ट ‘रोटी राइस रेट’ (RRR) के अनुसार, घरेलू वेजिटेरियन थाली की कीमत नवंबर 2025 में सालाना आधार पर 13.14% घटकर 28.4 रुपए हो गई है. साल 2024 के इसी महीने में इस थाली की औसत कीमत 32.7 रुपए थी. रिपोर्ट के मुताबिक अक्टूबर 2025 के मुकाबले नवंबर में वेज थाली की कीमत में मामूली बढ़ोतरी 2% दर्ज की गई, क्योंकि अक्टूबर में यह थाली औसतन 27.8 रुपए में तैयार होती थी.
क्रिसिल की इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि थाली की कीमत का निर्धारण लोकल सब्जियों और अन्य आवश्यक सामग्री के दामों पर निर्भर करता है.
चिकन की गिरती कीमत से नॉनवेज थाली सस्ती
वहीं, मांसाहारी थाली यानी नॉनवेज थाली की कीमत भी नवंबर में 12.52% कम होकर 53.8 रुपए पर आ गई. पिछले साल इसी महीने इसकी कीमत 63.5 रुपए थी. महीने-दर-महीने की तुलना में यानी अक्टूबर 2025 के मुकाबले, नॉनवेज थाली की कीमत 1.10% घटी थी. अक्टूबर में इस थाली की औसत कीमत 54.4 रुपए थी.
नॉनवेज थाली में मुख्य सामग्री ब्रॉयलर या फार्म चिकन होता है, जो थाली की कुल लागत का लगभग 50% हिस्सा बनाता है. नवंबर में ब्रॉयलर के दाम में गिरावट ने थाली की कीमत को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
सब्जियों और दालों की सस्ती कीमत ने घटाया खर्च
क्रिसिल की रिपोर्ट के अनुसार, घरेलू वेज थाली की कीमत तय करने में आलू और टमाटर का योगदान करीब 24% होता है. इस साल नवंबर में इन सब्जियों की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई:
प्याज की कीमतों में गिरावट का कारण स्टॉक में बढ़ोतरी और बाज़ार में अधिक उपलब्धता है. वहीं दालों की कीमतें बंगाल ग्राम, येलो पी और ब्लैक ग्राम की उच्च आयात आपूर्ति के कारण कम हुईं.
इन बदलावों का असर सीधे थाली की औसत लागत पर पड़ा, जिससे घरेलू स्तर पर खाना पकाने का खर्च घटा.
एवरेज कॉस्ट कैसे कैलकुलेट की जाती है
क्रिसिल ने देश के विभिन्न हिस्सों- नॉर्थ, साउथ, ईस्ट और वेस्ट इंडिया के फूड प्राइस डेटा के आधार पर थाली की एवरेज लागत का हिसाब लगाया है. इसमें न सिर्फ रोटी, सब्जियां और दाल शामिल हैं, बल्कि चावल, मसाले, edible oil, कुकिंग गैस और ब्रॉयलर (चिकन) जैसी अन्य सामग्री भी शामिल हैं.
वेज थाली में आम तौर पर शामिल होते हैं:
नॉनवेज थाली में दाल की जगह चिकन या मांस शामिल किया जाता है. क्रिसिल ने यह स्पष्ट किया है कि ये आंकड़े घर में बनाई गई थाली की औसत लागत को दर्शाते हैं. इनमें रिटेल प्राइस, ओवरहेड कॉस्ट, स्टाफ खर्च या प्रॉफिट मार्जिन शामिल नहीं हैं.
इस रिपोर्ट से यह साफ होता है कि सब्जियों और मांस की कीमतों में बदलाव सीधे घरेलू खाने पर असर डालता है. सालाना आधार पर वेज और नॉनवेज थाली की कीमत में गिरावट आम आदमी के खर्च को कम करने में मदद कर सकती है. वहीं, मंथली स्तर पर मामूली बढ़ोतरी या गिरावट घरेलू बजट में हल्का अस्थिर प्रभाव डाल सकती है.
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