Vaibhav Suryavanshi Chalisa: महेंद्र सिंह धोनी ने भारतीय क्रिकेट को जिस ऊँचाई पर पहुँचाया, उसे भुला पाना नामुमकिन है. उन्हीं की तरह अब एक नया चेहरा उभरकर सामने आया है – बिहार के समस्तीपुर जिले के ताजपुर से ताल्लुक रखने वाले 14 साल के युवा क्रिकेटर वैभव सूर्यवंशी. आईपीएल 2025 में अपने विस्फोटक प्रदर्शन से वैभव ने करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों का दिल जीत लिया है.
जहां धोनी के लिए उनके चाहने वालों ने 'धोनी चालीसा' लिखी थी, वहीं अब वैभव की लोकप्रियता भी उस स्तर तक पहुँच चुकी है कि फैंस ने उनके लिए 'वैभव चालीसा' तैयार कर दी है. हनुमान चालीसा की तर्ज़ पर लिखी गई यह रचना, उनके संघर्ष, हुनर और धमाकेदार क्रिकेट करियर को समर्पित है. यूट्यूब पर यह गाना खूब वायरल हो रहा है और फैंस इसे बड़े गर्व से गा रहे हैं.
वैभव का प्रेरणादायक सफर
वैभव की कहानी सिर्फ एक खिलाड़ी की नहीं, बल्कि संघर्ष, समर्पण और सपनों की कहानी है. एक छोटे से कस्बे से निकलकर उन्होंने आईपीएल की चमकदार दुनिया में जो जगह बनाई है, वह हर युवा के लिए प्रेरणा है. उनके पिता ने तमाम मुश्किलों का सामना करते हुए बेटे का साथ नहीं छोड़ा और आज वही बेटा क्रिकेट के मंच पर इतिहास रच रहा है.
तेजतर्रार बल्लेबाज़ी से बनाया इतिहास
गुजरात टाइटंस के खिलाफ वैभव सूर्यवंशी ने 38 गेंदों पर 101 रन की विस्फोटक पारी खेली, जिसमें 7 चौके और 11 गगनचुंबी छक्के शामिल थे. खास बात यह रही कि उन्होंने मात्र 35 गेंदों में शतक पूरा किया, जिससे वह आईपीएल इतिहास में सबसे तेज़ शतक जड़ने वाले भारतीय बल्लेबाज़ बन गए. इससे पहले यह रिकॉर्ड यूसुफ पठान के नाम था, जिन्होंने 2010 में 37 गेंदों में शतक लगाया था. साथ ही वैभव आईपीएल के सबसे युवा शतकवीर भी बन गए हैं.
नया दौर, नया हीरो
वैभव सूर्यवंशी की इस उपलब्धि ने उन्हें भारतीय क्रिकेट का नया सुपरस्टार बना दिया है. 'वैभव चालीसा' न सिर्फ उनके क्रिकेट कौशल की तारीफ है, बल्कि यह हर उस खिलाड़ी के हौसले की मिसाल है, जो छोटे शहरों से बड़े सपने लेकर निकलते हैं.
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