उत्तर प्रदेश में बुधवार रात बदले मौसम ने तबाही मचा दी. तेज हवाओं और बारिश के साथ आंधी ने कई जिलों को अपनी चपेट में ले लिया. अलग-अलग हादसों में डॉक्टर, शिक्षक और पुलिसकर्मी समेत 22 लोगों की जान चली गई. राजधानी लखनऊ से लेकर नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ और एटा तक तबाही का आलम रहा.
बारिश-आंधी के बीच हादसे, जगह-जगह मातम
गोरखपुर: मूसलाधार बारिश से सड़कों पर पानी भर गया, जिला अस्पताल तक जलमग्न हो गया.
बदायूं में आग का तांडव: चार गांव चपेट में
बदायूं में ट्रांसफॉर्मर की चिंगारी से निकली आग ने तेज हवा के चलते विकराल रूप ले लिया. कूड़े के ढेर (घूर) में लगी आग ने चार गांवों को चपेट में ले लिया. हालांकि फायर ब्रिगेड की टीम ने समय रहते स्थिति को काबू में किया.
अब आगे क्या? 39 जिलों में अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने गुरुवार को 39 जिलों में तेज बारिश और बिजली गिरने का अलर्ट जारी किया है. इस दौरान 60-70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं.
मौसम क्यों बदला?
लखनऊ स्थित मौसम विशेषज्ञ अतुल कुमार के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी से आने वाली नमी और एक नए पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम में यह अचानक बदलाव हुआ है. पूर्वा हवाओं के कारण कुछ जिलों में लू से राहत जरूर मिलेगी, लेकिन आने वाले 3-4 दिन बाद फिर से तापमान में बढ़ोतरी का अनुमान है. मई के अंत तक पारा 47 डिग्री तक पहुंच सकता है.
मानसून की दस्तक जल्दी
मौसम विभाग का कहना है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून अगले 4-5 दिनों में केरल पहुंच सकता है. अगर ऐसा होता है तो यह 2009 के बाद का सबसे जल्दी पहुंचने वाला मानसून होगा. आमतौर पर मानसून 1 जून तक केरल में दस्तक देता है.
यह भी पढ़ें: यूपी को हरा-भरा करने में जुटी योगी सरकार, एक से सात जुलाई के बीच रोपे जाएंगे 35 करोड़ पौधे