टीनशेड से महिला की गर्दन कटी, डॉक्टर-पुलिसवालों की भी गई जान... UP में आफत बनकर बरसी 'मौत की बारिश'

    उत्तर प्रदेश में बुधवार रात बदले मौसम ने तबाही मचा दी. तेज हवाओं और बारिश के साथ आंधी ने कई जिलों को अपनी चपेट में ले लिया. अलग-अलग हादसों में डॉक्टर, शिक्षक और पुलिसकर्मी समेत 22 लोगों की जान चली गई.

    Uttar Pradesh Weather Update IMD Rain Alert
    Image Source: ANI

    उत्तर प्रदेश में बुधवार रात बदले मौसम ने तबाही मचा दी. तेज हवाओं और बारिश के साथ आंधी ने कई जिलों को अपनी चपेट में ले लिया. अलग-अलग हादसों में डॉक्टर, शिक्षक और पुलिसकर्मी समेत 22 लोगों की जान चली गई. राजधानी लखनऊ से लेकर नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ और एटा तक तबाही का आलम रहा.

    बारिश-आंधी के बीच हादसे, जगह-जगह मातम

    गोरखपुर: मूसलाधार बारिश से सड़कों पर पानी भर गया, जिला अस्पताल तक जलमग्न हो गया.

    • नोएडा: 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवाओं ने पेड़, होर्डिंग और बिजली के खंभे उखाड़ दिए. रेलिंग गिरने से एक बुजुर्ग महिला की दर्दनाक मौत हो गई.
    • मेरठ-बागपत: ओलों की बारिश ने लोगों को चौंका दिया, कई खेतों में नुकसान की खबर है.
    • एटा: आंधी में टीन शेड उड़ गई, एक बोलेरो पर खंभा गिर गया, सौभाग्य से बिजली बंद थी.
    • फिरोजाबाद: उड़ी हुई टीन शेड से एक महिला की गर्दन कट गई.
    • गाजियाबाद: हिंडन नदी पर बना छोटा पुल तेज हवा से झुक गया.
    • दिल्ली-मेरठ रेलमार्ग: पेड़ गिरने से एक ट्रेन दो घंटे तक रुकी रही.

    बदायूं में आग का तांडव: चार गांव चपेट में

    बदायूं में ट्रांसफॉर्मर की चिंगारी से निकली आग ने तेज हवा के चलते विकराल रूप ले लिया. कूड़े के ढेर (घूर) में लगी आग ने चार गांवों को चपेट में ले लिया. हालांकि फायर ब्रिगेड की टीम ने समय रहते स्थिति को काबू में किया.

    अब आगे क्या? 39 जिलों में अलर्ट जारी

    मौसम विभाग ने गुरुवार को 39 जिलों में तेज बारिश और बिजली गिरने का अलर्ट जारी किया है. इस दौरान 60-70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं.

    मौसम क्यों बदला?

    लखनऊ स्थित मौसम विशेषज्ञ अतुल कुमार के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी से आने वाली नमी और एक नए पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम में यह अचानक बदलाव हुआ है. पूर्वा हवाओं के कारण कुछ जिलों में लू से राहत जरूर मिलेगी, लेकिन आने वाले 3-4 दिन बाद फिर से तापमान में बढ़ोतरी का अनुमान है. मई के अंत तक पारा 47 डिग्री तक पहुंच सकता है.

    मानसून की दस्तक जल्दी

    मौसम विभाग का कहना है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून अगले 4-5 दिनों में केरल पहुंच सकता है. अगर ऐसा होता है तो यह 2009 के बाद का सबसे जल्दी पहुंचने वाला मानसून होगा. आमतौर पर मानसून 1 जून तक केरल में दस्तक देता है.

    यह भी पढ़ें: यूपी को हरा-भरा करने में जुटी योगी सरकार, एक से सात जुलाई के बीच रोपे जाएंगे 35 करोड़ पौधे