उत्तर प्रदेश सरकार ने बाढ़ से निपटने के लिए कमर कस ली है. मानसून आने से पहले ही राज्य सरकार ने गोरखपुर, श्रावस्ती, अमेठी, सीतापुर, आजमगढ़, गाजीपुर और बुलंदशहर सहित कई संवेदनशील जिलों में बाढ़ नियंत्रण से जुड़ी 200 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं को मंजूरी दे दी है. इन परियोजनाओं का उद्देश्य जल जनित आपदाओं को रोकना, तटबंधों को मजबूत करना और कटाव प्रभावित क्षेत्रों में संरचनात्मक सुधार करना है.
सीएम योगी ने दिए निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि बाढ़ नियंत्रण से जुड़ी इन योजनाओं में गुणवत्ता और समयबद्धता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा. लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी.
कहां पर किस परियोजना के लिए कितने करोड़?
गोरखपुर: रोहिन नदी के दाएं तट पर मानीराम-डोमिनगढ़ तटबंध के पास पंपिंग स्टेशन के लिए 57 करोड़ की नाबार्ड पोषित परियोजना को मंजूरी दी गई है.
अमेठी: अकबरगंज, गुलालपुर और हरकरनपुर की क्षतिग्रस्त नहरों पर नई आरसीसी वीआरबी के निर्माण के लिए 2.30 करोड़ की परियोजना स्वीकृत.
श्रावस्ती: राप्ती नदी के किनारे दो बड़े तटबंधों के लिए कुल 14.32 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं.
आजमगढ़: सरयू नदी के महुला गढ़वल तटबंध पर स्लोप पिचिंग के लिए 1.27 करोड़ का बजट तय किया गया है, जिसमें से 77 लाख पहले ही जारी कर दिए गए हैं.
गाजीपुर: गंगा नदी के किनारे कटाव रोकने हेतु 10.90 करोड़ की परियोजना को मंजूरी.
बुलंदशहर: गजरौला क्षेत्र में गंगा किनारे बाढ़ सुरक्षा के लिए 1.57 करोड़ मंजूर.
सीतापुर: सरयू तट पर चहलारीघाट-गनेशपुर तटबंध को सुदृढ़ करने के लिए 22.30 करोड़ की स्वीकृति दी गई है.
गोरखपुर (दूसरी परियोजना): मछलीगांव-अलगटपुर तटबंध पर पंपिंग स्टेशन और अन्य कार्यों के लिए 54.51 करोड़ तथा राप्ती नदी के फ्लड प्लेन जोन में 12.50 करोड़ की परियोजनाएं भी हरी झंडी पा चुकी हैं.
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