लखनऊ: उत्तर प्रदेश में मानसून के अंतिम चरण में अचानक बदले मौसम ने त्रासदी का रूप ले लिया है. राज्य के कई जिलों में तेज बारिश के साथ गिरी आकाशीय बिजली ने 16 लोगों की जान ले ली. वहीं, कई इलाकों में खड़ी फसलें भी भारी बारिश की भेंट चढ़ गईं. मौसम विभाग ने आगामी तीन दिनों के लिए 40 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिससे हालात और गंभीर हो सकते हैं.
बिजली गिरने से कई जिलों में मौतें
बिजली गिरने की सबसे ज्यादा घटनाएं कन्नौज, महोबा और फतेहपुर जिलों में हुईं, जहां तीन-तीन लोगों की जान चली गई. कानपुर, चित्रकूट, उन्नाव और फर्रुखाबाद में भी जनहानि और झुलसने की घटनाएं सामने आईं. संभल जिले में एक स्कूल की इमारत पर बिजली गिरने से छह छात्र घायल हो गए. ये हादसे अधिकतर खेतों में काम कर रहे किसानों या खुले स्थानों पर मौजूद लोगों के साथ हुए, जिससे ग्रामीण इलाकों में दहशत का माहौल है.
किसानों पर दोहरी मार
बारिश का सबसे ज्यादा असर किसानों पर पड़ा है. हमीरपुर, बांदा, उरई, औरैया, इटावा, फतेहपुर, कन्नौज और उन्नाव जैसे जिलों में धान, गन्ना और सब्जियों की तैयार फसलें पानी में डूब गईं. किसानों का कहना है कि इस नुकसान की भरपाई में महीनों लग जाएंगे. कृषि विभाग की टीमें प्रभावित क्षेत्रों का सर्वे कर रही हैं, ताकि जल्द से जल्द मुआवजा बांटा जा सके.
40 जिलों में बारिश का रेड अलर्ट
मौसम विभाग के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से प्रदेश के 40 जिलों में अगले तीन दिन तक वर्षा की संभावना है. लखनऊ, वाराणसी, आगरा, कानपुर और गोरखपुर मंडल में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है. विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे बिजली चमकने या गर्जना के समय खुले स्थानों से दूर रहें, मोबाइल या लोहे की चीजों का उपयोग न करें और घर के अंदर ही सुरक्षित रहें.
सीएम योगी का राहत कार्यों पर जोर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आपदा प्रभावित जिलों में तुरंत राहत कार्य शुरू करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये की सहायता राशि 24 घंटे के भीतर देने का आदेश दिया है. साथ ही घायलों के इलाज का पूरा खर्च सरकार उठाएगी. सीएम ने जिला प्रशासन को फसलों के नुकसान का मूल्यांकन कर जल्द मुआवजा वितरण सुनिश्चित करने को भी कहा है.
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