UP Agniveer Reservation: अगर आप भारतीय सेना में अग्निपथ योजना के तहत चार साल की सेवा पूरी कर चुके हैं या करने वाले हैं, तो आपके लिए एक बड़ी खुशखबरी है. उत्तर प्रदेश सरकार ने अग्निवीरों के भविष्य को सुरक्षित और सशक्त बनाने के लिए बड़ा फैसला लिया है. अब यूपी पुलिस और प्रोविंशियल आर्म्ड कॉन्स्टेबुलरी (PAC) में भर्ती के दौरान अग्निवीरों को 20% आरक्षण मिलेगा. इतना ही नहीं, आयु सीमा में भी विशेष छूट दी जाएगी, जिससे नौकरी पाने का रास्ता और आसान हो जाएगा. यह ऐलान 3 जून 2025 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई राज्य कैबिनेट की बैठक में किया गया, जिसमें गृह विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई.
क्या है फैसला? जानिए मुख्य बातें
यूपी पुलिस और PAC में होने वाली सभी भर्तियों में 20% सीटें पूर्व अग्निवीरों के लिए आरक्षित रहेंगी. सामान्य उम्मीदवारों की आयु सीमा भले ही 25-28 साल तक सीमित हो, लेकिन अग्निवीरों को इसमें 3 साल की अतिरिक्त छूट दी जाएगी. यह पहली बार है जब यूपी सरकार ने अग्निवीरों के लिए इस तरह का आरक्षण तय किया है. हरियाणा सरकार पहले ही ऐसा कदम उठा चुकी है.
अग्निपथ योजना क्या है और अग्निवीर कौन हैं?
भारत सरकार ने 2022 में अग्निपथ योजना की शुरुआत की थी. इसके तहत देश के युवा सेना, नौसेना और वायुसेना में चार साल के लिए ‘अग्निवीर’ के रूप में सेवा देते हैं. इस कार्यकाल में छह महीने की ट्रेनिंग भी शामिल होती है. सेवा पूरी होने के बाद लगभग 25% अग्निवीरों को स्थायी सेवा मिलती है. बाकी 75% अग्निवीर सेना से बाहर आकर अन्य क्षेत्रों में नौकरी की तलाश करते हैं. यूपी सरकार का यह फैसला इन 75% अग्निवीरों के लिए एक बड़ा अवसर बनकर आया है.
2026-27 में पहला बैच होगा रिटायर, तैयारी शुरू करें
जानकारों के अनुसार, अग्निपथ योजना का पहला बैच 2026-27 में रिटायर होगा. यानी उन हजारों अग्निवीरों के लिए यूपी पुलिस की नौकरियां एक नया और स्थायी करियर बन सकती हैं. यूपी पुलिस में जल्द ही 28,000 पदों पर भर्ती निकलने वाली है, जिसमें कॉन्स्टेबल, सब-इंस्पेक्टर, कंप्यूटर ऑपरेटर, जेल वार्डर जैसे पद शामिल होंगे. उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (UPPRPB) इसकी प्रक्रिया संभालेगा. आधिकारिक जानकारी और नोटिफिकेशन के लिए uppbpb.gov.in वेबसाइट पर नज़र बनाए रखें.
यह फैसला क्यों है खास?
यह उन युवाओं को सम्मान देता है जिन्होंने देश की सेवा की है. अग्निवीरों को रिटायरमेंट के बाद तुरंत रोजगार का मौका मिलेगा. आरक्षण और आयु में छूट के चलते प्रतियोगिता में उनका स्थान और मज़बूत होगा. यह कदम युवाओं को सेना में जाने के लिए भी प्रेरित करेगा, क्योंकि रिटायरमेंट के बाद भी भविष्य सुरक्षित रहेगा.
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