यूक्रेन और रूस के बीच चल रही जंग में एक बड़ा खुलासा हुआ है. पता चला है कि चीनी सोशल मीडिया ऐप टिकटॉक इस जंग में रूस की मदद कर रहा है. यूक्रेन की सेना ने हाल ही में चीन के दो नागरिकों को गिरफ्तार किया था. पूछताछ में इन दोनों ने बताया कि रूस टिकटॉक के जरिए दुनिया के दूसरे देशों से लोगों को अपनी सेना में भर्ती कर रहा है.
कैसे हो रही है भर्ती?
इन चीनी नागरिकों ने बताया कि चीन में टिकटॉक पर एक खास अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें लोगों से रूस की सेना में शामिल होने के लिए कहा जा रहा है. वीडियो और विज्ञापन के जरिए उन्हें लुभाया जा रहा है कि वे रूसी सेना में भर्ती हों और अच्छी सैलरी व सुविधाएं पाएं.
कितने लोग देख रहे हैं ये कंटेंट?
टिकटॉक के चीन में करीब 80 करोड़ यूजर्स हैं, जबकि पूरी दुनिया में इसके करीब 160 करोड़ यूजर्स हैं. भारत ने 2020 में टिकटॉक पर बैन लगा दिया था, क्योंकि ये ऐप प्राइवेसी के लिए खतरा माना गया. टिकटॉक एक ऐसा ऐप है, जहां लोग छोटे-छोटे वीडियो बनाकर दूसरों से जुड़ते हैं. यह ऐप 2016 में शुरू हुआ था और अब यह 40 भाषाओं में उपलब्ध है.
किन देशों के लोग लड़ रहे हैं रूस के लिए?
यूक्रेन का दावा है कि टिकटॉक के जरिए न सिर्फ चीन, बल्कि उत्तर कोरिया और ईरान के लोग भी रूस की सेना में शामिल हो रहे हैं. रूस को पिछले कुछ सालों से सैनिकों की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा था, लेकिन अब इन देशों से लड़ाके बुलाकर उसने अपनी सेना को फिर से मजबूत बना लिया है.
बताया गया है कि रूस की सेना में इस वक्त चीन के 150 से ज्यादा लोग लड़ रहे हैं और उत्तर कोरिया के करीब 10 हजार सैनिक शामिल हो चुके हैं. इसका असर यूक्रेन पर साफ दिख रहा है – रूस की सेना अब पहले से ज्यादा हमलावर हो गई है.
यूक्रेन की हालत खराब
इस युद्ध में यूक्रेन को बहुत नुकसान हुआ है. राजधानी कीव को छोड़कर देश का ज्यादातर हिस्सा तबाह हो चुका है. बीते दो दिनों में रूस ने यूक्रेन के 50 से ज्यादा लोगों को मार दिया है. पुतिन की सेना अब पूरी ताकत के साथ यूक्रेन पर हमला कर रही है. और इस बार उसका सबसे बड़ा हथियार है – विदेशी लड़ाकों की फौज, जिसे टिकटॉक जैसे ऐप के जरिए जुटाया जा रहा है.
ये भी पढ़ेंः भारत की अदृश्य ताकत, चीन-पाकिस्तान भी थर्रा उठेंगे; अब स्टार वॉर से बदलेगा युद्ध का पैटर्न