कीव: रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध ने अब एक नया और बेहद खतरनाक मोड़ ले लिया है. जहां रूस ने बीते सप्ताहांत यूक्रेन पर अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला किया, वहीं यूक्रेन ने भी करारा जवाब देते हुए क्रीमिया में स्थित रूस के किरोवस्के एयरबेस को टारगेट कर दिया. इस हमले में रूस के उन्नत सैन्य हेलिकॉप्टर और एयर डिफेंस सिस्टम तबाह कर दिए गए.
रूस का सबसे बड़ा हवाई हमला, F-16 जेट हुआ निशाना
शनिवार और रविवार की दरम्यानी रात रूस ने यूक्रेन पर ड्रोन, क्रूज़ मिसाइल और बॉम्बर्स के साथ एक जबरदस्त हवाई हमला किया. इस हमले में यूक्रेन का एक F-16 फाइटर जेट भी मार गिराया गया. इस जेट को उड़ा रहे पायलट मैकसिम उस्तिमेन्को ने अंतिम समय तक लड़ाई लड़ी और सात दुश्मन टारगेट को गिरा दिया. लेकिन आखिरी ड्रोन को मारने के दौरान उनका विमान क्रैश हो गया. यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने उनकी वीरता को सलाम करते हुए उन्हें मरणोपरांत ‘हीरो ऑफ यूक्रेन’ का सम्मान दिया.
यूक्रेन का जवाब: रूसी एयरबेस पर हमला, तीन हेलिकॉप्टर और डिफेंस सिस्टम तबाह
F-16 पायलट की शहादत के बाद, यूक्रेन ने जवाबी कार्रवाई करते हुए क्रीमिया के किरोवस्के मिलिट्री एयरबेस पर रातभर ड्रोन हमला किया. यूक्रेनी सुरक्षा सेवा (SBU) के अनुसार, इस हमले में Mi-8, Mi-26 और Mi-28 जैसे एडवांस अटैक हेलिकॉप्टर, एक पैंटसिर-S1 एयर डिफेंस सिस्टम, हथियार डिपो और ड्रोन स्टोरेज को पूरी तरह तबाह कर दिया गया.
मारिनोवका एयरबेस पर पहले भी किया था हमला
इससे पहले, 27 जून को यूक्रेनी ड्रोन ने रूस के मारिनोवका एयरबेस (वोल्गोग्राद ओब्लास्ट) पर हमला कर चार Su-34 फाइटर जेट को निशाना बनाया था. इनमें से दो जेट पूरी तरह नष्ट हो गए थे और दो को गंभीर नुकसान पहुंचा था. यूक्रेन का दावा है कि 2022 से अब तक रूस के 420 विमान और 337 हेलिकॉप्टर जंग में खत्म हो चुके हैं, हालांकि इन आंकड़ों की स्वतंत्र पुष्टि नहीं हुई है.
कूटनीतिक मोर्चे पर भी हलचल
इस सैन्य गतिविधि के बीच अमेरिका और यूरोप रूस पर और कड़े प्रतिबंधों की तैयारी कर रहे हैं. जवाब में रूस ने चेतावनी दी है कि इन प्रतिबंधों से यूरोपीय अर्थव्यवस्था ज्यादा प्रभावित होगी. वहीं रूस और अमेरिका के खुफिया प्रमुखों के बीच बातचीत शुरू हो चुकी है, जिससे यह संकेत मिल रहा है कि कूटनीतिक बैकचैनल एक्टिव हो रहा है.
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