सीरिया में एयरबेस पर इजरायल के हमले से भड़का तुर्की, जवाबी कार्रवाई करेंगे एर्दोगन! बढ़ा जंग का खतरा

    पश्चिम एशिया में भू-राजनीतिक तनाव एक बार फिर बढ़ता नजर आ रहा है. हाल ही में इजरायल द्वारा सीरिया में तुर्की के सैन्य ठिकानों पर किए गए हमलों ने दोनों देशों के बीच संघर्ष की आशंका को जन्म दे दिया है.

    Türkiye enraged by Israels attack on airbase in Syria Erdogan will retaliate Risk of war increased
    प्रतीकात्मक तस्वीर/Photo- ANI

    दमिश्क: पश्चिम एशिया में भू-राजनीतिक तनाव एक बार फिर बढ़ता नजर आ रहा है. हाल ही में इजरायल द्वारा सीरिया में तुर्की के सैन्य ठिकानों पर किए गए हमलों ने दोनों देशों के बीच संघर्ष की आशंका को जन्म दे दिया है. इजरायल को आशंका है कि सीरिया में तुर्की की बढ़ती सैन्य गतिविधियां उसकी सुरक्षा के लिए खतरा बन सकती हैं. इसी संदर्भ में, इजरायल ने सीरिया स्थित तुर्की समर्थित ठिकानों को निशाना बनाया, जिससे क्षेत्र में अस्थिरता की स्थिति और गहरा गई है.

    इजरायली हमले और उसका प्रभाव

    इजरायली वायु सेना द्वारा किए गए हमलों में सीरिया में तुर्की के नियंत्रण वाले तीन महत्वपूर्ण सैन्य ठिकानों को भारी नुकसान पहुंचा है. ये हमले ऐसे समय में हुए हैं जब तुर्की अमेरिका और अन्य वैश्विक शक्तियों को यह भरोसा दिलाने की कोशिश कर रहा है कि उसकी सैन्य उपस्थिति इजरायल के हितों के लिए खतरा नहीं है. लेकिन इजरायली कार्रवाई ने इस बहस को और तेज कर दिया है कि तुर्की की गतिविधियां वास्तव में इजरायल की सुरक्षा के लिए कितनी चुनौतीपूर्ण हैं.

    क्या तुर्की करेगा पलटवार?

    तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन की सरकार ने इस हमले पर कड़ा विरोध जताया है. माना जा रहा है कि तुर्की जल्द ही इजरायल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर सकता है. खुफिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तुर्की की सेना ने हाल ही में सीरिया के होम्स और हमा प्रांतों के महत्वपूर्ण हवाई अड्डों का निरीक्षण किया था. ये वही इलाके हैं, जहां इजरायल ने तुर्की के ठिकानों पर हमला किया. इससे संकेत मिलते हैं कि तुर्की जवाबी रणनीति तैयार कर सकता है.

    तुर्की की बढ़ती सैन्य उपस्थिति और इजरायल की चिंता

    तुर्की बीते कुछ समय से उत्तरी सीरिया में अपनी सैन्य शक्ति को बढ़ा रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, तुर्की ने अलेप्पो के मेनाग सैन्य हवाई अड्डे पर एक नया सैन्य अड्डा बनाने का काम शुरू कर दिया है. इजरायल को लगता है कि इस तरह के ठिकाने आगे चलकर क्षेत्रीय संतुलन को बिगाड़ सकते हैं और उसकी सुरक्षा को खतरे में डाल सकते हैं.

    क्या पश्चिम एशिया में नया टकराव होगा?

    इजरायल और तुर्की के बीच पहले भी कई मुद्दों पर विवाद रहे हैं, लेकिन सीरिया को लेकर दोनों देशों का आमना-सामना नई भू-राजनीतिक जटिलताओं को जन्म दे सकता है. क्षेत्र में पहले से ही चल रहे संघर्षों और महाशक्तियों की रणनीतिक दखलंदाजी के बीच इस तनाव का प्रभाव व्यापक हो सकता है. आने वाले दिनों में यह देखना अहम होगा कि तुर्की इस हमले पर कैसी प्रतिक्रिया देता है और क्या यह तनाव किसी बड़े टकराव में बदल सकता है.

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