'अगर सब्सिडी बंद की, तो उनको अफ्रीका वापस लौटना पड़ेगा...' ट्रंप ने मस्क को दी धमकी, कई आरोप भी लगाए

    अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और वर्तमान राष्ट्रपति पद के दावेदार डोनाल्ड ट्रंप और टेस्ला- स्पेसएक्स के प्रमुख एलन मस्क के बीच सार्वजनिक बयानबाज़ी एक बार फिर तेज़ हो गई है.

    Trump said- If subsidies are stopped Musk return to Africa
    प्रतीकात्मक तस्वीर/Photo- Internet

    वॉशिंगटन डीसी: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और वर्तमान राष्ट्रपति पद के दावेदार डोनाल्ड ट्रंप और टेस्ला- स्पेसएक्स के प्रमुख एलन मस्क के बीच सार्वजनिक बयानबाज़ी एक बार फिर तेज़ हो गई है. ट्रंप ने मंगलवार को टेस्ला और स्पेसएक्स को मिलने वाली सरकारी सहायता को लेकर तीखा बयान देते हुए कहा कि यदि सब्सिडी खत्म कर दी जाए, तो मस्क की कंपनियों का संचालन असंभव हो जाएगा, और उन्हें "दुकान बंद करके अफ्रीका लौटना पड़ सकता है."

    न टेस्ला चलेगी, न रॉकेट उड़ेंगे- ट्रंप

    अपने बयान में ट्रंप ने यह भी आरोप लगाया कि मस्क को पिछले दो दशकों में सरकारी सहायता के रूप में असाधारण वित्तीय लाभ मिले हैं. उनका कहना है कि, "यदि टेस्ला और स्पेसएक्स को मिलने वाली भारी-भरकम सब्सिडी और टैक्स क्रेडिट बंद हो जाएं, तो ये कंपनियां बाजार में टिक नहीं पाएंगी. फिर न कार बनेगी, न सैटेलाइट लॉन्च होंगे."

    उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि अमेरिकी सरकार की एक स्वतंत्र एजेंसी DoGE (Department of Government Efficiency) इस मुद्दे की गहराई से जांच करे.

    ट्रंप का बिल भविष्य को बर्बाद करेगा- मस्क

    ट्रंप के बयानों से कुछ दिन पहले ही एलन मस्क ने ट्रंप के प्रस्तावित आर्थिक कानून 'बिग ब्यूटीफुल बिल' को "पागलपन से भरा और अमेरिका के लिए रणनीतिक रूप से विनाशकारी" बताया था. X (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए मस्क ने कहा, "यह बिल पुराने उद्योगों को बचाने की कोशिश करता है, लेकिन भविष्य की तकनीक और रोजगार को कुचल देगा. यह अमेरिका की प्रतिस्पर्धा को कमजोर करेगा."

    मस्क पहले ही ट्रंप प्रशासन में गवर्नमेंट एफिशिएंसी विभाग से इस्तीफा दे चुके हैं.

    मस्क बनाम ट्रंप: सिर्फ सब्सिडी की लड़ाई नहीं

    ट्रंप और मस्क के बीच यह टकराव सिर्फ इलेक्ट्रिक व्हीकल सब्सिडी या सरकारी कॉन्ट्रैक्ट्स को लेकर नहीं है. यह एक बड़ी बहस है — अमेरिका की औद्योगिक नीति, टेक्नोलॉजी में निवेश और चीन पर निर्भरता को लेकर.

    ट्रंप जहां 'मेक इन अमेरिका' और पारंपरिक उद्योगों के संरक्षण की नीति को बढ़ावा दे रहे हैं, वहीं मस्क जैसे इनोवेशन-प्रेरित उद्यमी भविष्य की टेक्नोलॉजी और वैश्विक प्रतिस्पर्धा को प्राथमिकता दे रहे हैं.

    मस्क को पिछले 20 वर्षों में क्या-क्या मिला?

    ट्रंप द्वारा उठाए गए तथ्यों पर नज़र डालें तो मस्क की कंपनियों को अब तक:

    • $465 मिलियन (≈ ₹3,800 करोड़) टेस्ला की शुरुआती Model-S के लिए एनर्जी डिपार्टमेंट से लोन.
    • $1.5 बिलियन (≈ ₹11,000 करोड़) की टैक्स रियायतें नेवादा राज्य की गिगाफैक्ट्री के लिए.
    • $7,500 प्रति कार टैक्स क्रेडिट — टेस्ला ग्राहकों को मिलने वाली सरकारी छूट.
    • $200 बिलियन (≈ ₹16 लाख करोड़) से अधिक सरकारी कॉन्ट्रैक्ट — जिनमें NASA और पेंटागन से अनुबंध शामिल हैं.
    • 843 मिलियन डॉलर का कॉन्ट्रैक्ट — अंतरिक्ष स्टेशन डी-ऑर्बिट करने के लिए.

    सीनेट में बिल पर चर्चा को मिली हरी झंडी

    ट्रंप का समर्थन प्राप्त ‘बिग ब्यूटीफुल बिल’ अब अमेरिकी सीनेट में बहस के लिए पेश किया गया है. 51-49 मतों से प्रस्ताव पारित हुआ, जिसमें दो रिपब्लिकन सीनेटरों ने भी इसका विरोध किया. इस बिल में टैक्स और सब्सिडी में व्यापक बदलाव प्रस्तावित हैं.

    राजनीतिक और व्यावसायिक टकराव

    यह पहली बार नहीं है जब मस्क और ट्रंप आमने-सामने आए हैं, लेकिन इस बार की बहस कहीं अधिक नीतिगत और सार्वजनिक हो चुकी है. ट्रंप जहां मस्क को "एहसान फरामोश" कहते हैं, वहीं मस्क उन्हें "भविष्य विरोधी" बताते हैं.

    दोनों अपने-अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (Trump का 'Truth Social' और Musk का 'X') के माध्यम से एक-दूसरे पर तीखे हमले कर चुके हैं.

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