अपच, थकान-डिप्रेशन से दूर होने का इलाज! बस रोजाना 10-15 मिनट कीजिए ये आसन, मिलेगा छुटकारा

    आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में सेहत का ध्यान रखना एक चुनौती बन गया है. ऑफिस की सिटिंग जॉब, लंबा ट्रैवल और समय की कमी—ये सभी कारण हमें शारीरिक रूप से निष्क्रिय बना देते हैं.

    Tips to do Malasana Yoga keeps your health fit and strong
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    आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में सेहत का ध्यान रखना एक चुनौती बन गया है. ऑफिस की सिटिंग जॉब, लंबा ट्रैवल और समय की कमी ये सभी कारण हमें शारीरिक रूप से निष्क्रिय बना देते हैं. ऐसे में व्यायाम का विकल्प ढूंढना और उसे अपनी दिनचर्या में शामिल करना बेहद जरूरी हो गया है.

    अगर आपके पास जिम जाने का समय नहीं है, तो आप योग को अपने जीवन में शामिल कर सकते हैं. योग न सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर करता है, बल्कि मानसिक शांति भी देता है. ऐसे ही एक सरल लेकिन प्रभावशाली योगासन का नाम है मलासन. यह आसन खासतौर पर उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो दिनभर कुर्सी पर बैठे रहते हैं.

    मलासन क्या है और इसे कैसे करें?

    मलासन, जिसे स्क्वाट पोज़ भी कहा जाता है, करना बेहद सरल है. इसे करने के लिए:

    • दोनों पैरों को थोड़ा खोलकर खड़े हो जाएं.
    • अब धीरे-धीरे घुटनों को मोड़ते हुए नीचे बैठें जैसे आप स्क्वाट कर रहे हों.
    • हथेलियों को जोड़कर छाती के सामने नमस्कार मुद्रा में रखें और कोहनियों से घुटनों को हल्का-हल्का बाहर की ओर दबाएं.
    • रीढ़ को सीधा रखें और पूरे वजन को एड़ियों पर बनाए रखें.
    • शुरुआत में 15–30 सेकंड तक इस पोजीशन में रहें, फिर धीरे-धीरे समय बढ़ाएं.

    मलासन के प्रमुख लाभ

    पाचन शक्ति में सुधार

    मलासन करने से पेट की मांसपेशियों पर हल्का दबाव पड़ता है, जिससे पाचन प्रणाली सक्रिय होती है. इससे कब्ज, गैस और अपच जैसी समस्याएं दूर हो सकती हैं.

    जांघों और कूल्हों के लिए लाभकारी

    यह आसन जांघों, कमर और कूल्हों में जमे तनाव को कम करता है. लंबे समय तक बैठे रहने वालों के लिए यह लचीलापन बनाए रखने में मदद करता है.

    घुटनों और एड़ियों को मजबूत बनाए

    नियमित अभ्यास से घुटनों और एड़ियों की मजबूती बढ़ती है. यह बुज़ुर्गों के लिए भी उपयोगी हो सकता है, लेकिन यदि घुटनों में पहले से दर्द हो तो अभ्यास से पहले चिकित्सक की सलाह अवश्य लें.

    मानसिक शांति और एकाग्रता में सहायक

    मलासन मानसिक संतुलन को बेहतर बनाता है. यह ध्यान केंद्रित करने में सहायक होता है और स्ट्रेस को कम करता है.

    शरीर के पोस्चर को सुधारे

    इस आसन के अभ्यास से रीढ़ की हड्डी सीधी रहती है, जिससे शरीर का पोस्चर सुधरता है और पीठ दर्द में भी राहत मिलती है.

    सावधानी भी जरूरी है

    हालांकि मलासन आसान है, लेकिन यदि आपकी कमर, घुटनों या थाइस में दर्द रहता है तो इसे करने से पहले योग विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह जरूर लें.

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