Tesla Cybertruck Crash Test: साल 2025 ऑटोमोबाइल सेफ्टी के लिहाज से Tesla के लिए बेहद अहम साबित हुआ है. खास तौर पर Tesla Cybertruck ने सेफ्टी के मामले में ऐसा मुकाम हासिल किया है, जो अब तक पिकअप ट्रकों के लिए आसान नहीं रहा.
अमेरिका की प्रतिष्ठित संस्था IIHS यानी इंश्योरेंस इंस्टीट्यूट फॉर हाईवे सेफ्टी की ताजा रिपोर्ट में 2025 Tesla Cybertruck को Top Safety Pick अवॉर्ड से नवाजा गया है. यह उपलब्धि इसलिए भी खास है क्योंकि इस साल यह सम्मान पाने वाला Cybertruck अकेला पिकअप ट्रक है.
IIHS की नई सेफ्टी रेटिंग में Cybertruck की चमक
IIHS हर साल गाड़ियों की सेफ्टी को परखने के लिए कड़े क्रैश टेस्ट करता है. साल के अंत में जारी की गई नई रिपोर्ट में कुल 20 नई गाड़ियों का मूल्यांकन किया गया था, जिनमें से 16 वाहन अवॉर्ड हासिल करने में सफल रहे. इन विजेताओं में इलेक्ट्रिक SUV, सेडान और ट्रक शामिल थे, लेकिन सबसे ज्यादा सुर्खियां Tesla Cybertruck ने बटोरीं.
इस बार कई पारंपरिक और लोकप्रिय पिकअप ट्रक, जैसे Jeep Gladiator और Ram 1500, नए मानकों पर खरे नहीं उतर पाए और अवॉर्ड की दौड़ से बाहर हो गए. इसकी बड़ी वजह यह रही कि IIHS ने इस बार क्रैश टेस्ट के नियमों को पहले से ज्यादा सख्त बना दिया था.
नए क्रैश टेस्ट में Cybertruck का शानदार प्रदर्शन
अप्रैल 2025 के बाद तैयार किए गए Tesla Cybertruck मॉडल्स में कंपनी ने कुछ अहम तकनीकी बदलाव किए. इन सुधारों का सीधा असर सेफ्टी टेस्ट के नतीजों पर देखने को मिला. फ्रंटल क्रैश, साइड इंपैक्ट और यात्रियों की सुरक्षा से जुड़े टेस्ट में Cybertruck ने बेहतरीन प्रदर्शन किया.
खास तौर पर ड्राइवर और फ्रंट पैसेंजर सेफ्टी में इसे उच्चतम स्कोर मिला, जो Top Safety Pick रेटिंग के लिए जरूरी माना जाता है. IIHS के मुताबिक, नए टेस्ट में गाड़ी के स्ट्रक्चर और एयरबैग सिस्टम की भूमिका बेहद अहम होती है, और Cybertruck इन दोनों मामलों में मजबूत साबित हुआ.
पिकअप ट्रकों के लिए सेफ्टी क्यों होती है बड़ी चुनौती
पिकअप ट्रक आम तौर पर आकार में बड़े, वजन में भारी और ज्यादा ग्राउंड क्लीयरेंस वाले होते हैं. यही वजह है कि टक्कर के समय झटकों को कंट्रोल करना और यात्रियों को सुरक्षित रखना इनके लिए चुनौतीपूर्ण होता है. इसके अलावा पैदल यात्रियों की सुरक्षा भी पिकअप ट्रकों के लिए एक बड़ा मुद्दा है, क्योंकि उनका फ्रंट प्रोफाइल ऊंचा और कठोर होता है.
IIHS के नए टेस्टिंग स्टैंडर्ड इन्हीं कमजोरियों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किए गए हैं. ऐसे में अधिकतर पिकअप ट्रक इन सख्त मानकों पर खरे नहीं उतर पाते, लेकिन Cybertruck ने इस धारणा को बदल दिया है.
Tesla Cybertruck को क्या बनाता है सबसे अलग
Tesla ने Cybertruck के फ्रंट डिजाइन और अंदरूनी स्ट्रक्चर में खास सुधार किए हैं. टक्कर के दौरान ऊर्जा को बेहतर तरीके से अवशोषित और वितरित करने की तकनीक ने इसे अन्य पिकअप ट्रकों से अलग बना दिया.
हालांकि Cybertruck की बॉडी स्टेनलेस स्टील से बनी है, जिसे आम तौर पर ज्यादा कठोर माना जाता है, लेकिन Tesla की इंजीनियरिंग ने यह साबित किया कि सही डिजाइन और टेक्नोलॉजी के साथ क्रैश एनर्जी को कंट्रोल किया जा सकता है. इसी वजह से Cybertruck यात्रियों की सुरक्षा के मामले में एक नया बेंचमार्क सेट करता नजर आया.
भारत में उपलब्धता और Tesla की मौजूदगी
फिलहाल Tesla Cybertruck भारतीय बाजार में उपलब्ध नहीं है. हालांकि Tesla ने भारत में अपनी मौजूदगी की शुरुआत Model Y के लॉन्च के साथ कर दी है, जिसकी शुरुआती कीमत लगभग 59.89 लाख रुपये बताई जा रही है. Cybertruck की यह सेफ्टी उपलब्धि आने वाले समय में भारत जैसे बाजारों में भी Tesla की साख को और मजबूत कर सकती है.
सेफ्टी के नए मानक की ओर बढ़ता ऑटो सेक्टर
2025 की IIHS रिपोर्ट से यह साफ हो गया है कि आने वाले समय में ऑटोमोबाइल कंपनियों को सेफ्टी के मोर्चे पर और ज्यादा मेहनत करनी होगी. Tesla Cybertruck की सफलता यह दिखाती है कि नई टेक्नोलॉजी और इनोवेटिव डिजाइन के दम पर भारी और बड़े पिकअप ट्रक भी उच्चतम सेफ्टी मानक हासिल कर सकते हैं.
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