Tesla CFO Vaibhav Taneja Salary: कभी दिल्ली यूनिवर्सिटी के क्लासरूम में बैठकर कॉमर्स की पढ़ाई करने वाला एक छात्र, आज दुनिया की सबसे चर्चित टेक कंपनियों में से एक टेस्ला का मुख्य वित्त अधिकारी (CFO) है और यही नहीं, दुनिया में सबसे अधिक वेतन पाने वाला CFO भी है. हम बात कर रहे हैं वैभव तनेजा की, जिनकी सफलता की कहानी आज युवाओं के लिए मिसाल बन चुकी है. 2024 में वैभव तनेजा को 139.5 मिलियन डॉलर (करीब 1195 करोड़ रुपये) का पैकेज मिला, जो उन्हें कॉर्पोरेट जगत का सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाला वित्त अधिकारी बनाता है. दिलचस्प बात यह है कि उन्होंने गूगल के CEO सुंदर पिचाई और माइक्रोसॉफ्ट के CEO सत्य नडेला जैसे दिग्गजों को भी इस मामले में पीछे छोड़ दिया है.
कैसे मिली इतनी बड़ी सैलरी?
वैभव तनेजा की बेसिक सैलरी तो 4 लाख डॉलर है, लेकिन असली कमाई उन्हें स्टॉक ऑप्शंस और इक्विटी अवॉर्ड्स के रूप में मिली है. टेस्ला के शेयरों में आई जबरदस्त तेजी की वजह से उनके पैकेज की कीमत आसमान छू गई. जब उन्हें ये स्टॉक अवॉर्ड मिले, उस वक्त टेस्ला के शेयर करीब 250 डॉलर पर थे, जो मई 2025 तक बढ़कर 342 डॉलर हो गए. नतीजतन, उनके वेतन की कुल वैल्यू कई गुना बढ़ गई.
दिल्ली से अमेरिका तक का सफर
47 वर्षीय वैभव तनेजा ने 1999 में दिल्ली यूनिवर्सिटी से कॉमर्स में ग्रेजुएशन किया. फिर उन्होंने इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया से सीए की डिग्री ली. इसके बाद उनका अगला कदम था अमेरिका, जहां उन्होंने CPA (Certified Public Accountant) की डिग्री हासिल की. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत जानी-मानी फर्म PwC से की, जहां उन्होंने करीब 17 साल तक भारत और अमेरिका में सेवाएं दीं. इस दौरान उन्होंने वित्तीय प्रबंधन और ऑडिटिंग में गहरी पकड़ बनाई.
2016 में तनेजा ने सोलरसिटी नामक कंपनी जॉइन की, जिसे बाद में एलन मस्क की टेस्ला ने अधिग्रहित कर लिया. इसके साथ ही उनका सफर टेस्ला में शुरू हुआ. टेस्ला से जुड़ने के बाद वैभव का ग्राफ तेजी से बढ़ता चला गया. इतना ही नहीं, वह टेस्ला इंडिया मोटर्स एंड एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर भी हैं और भारत में टेस्ला के विस्तार की योजना का नेतृत्व कर रहे हैं.
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