तेलंगाना मेडिकल प्लांट हादसा: मौत का आंकड़ा 40 तक पहुंचा, कंपनी ने 1 करोड़ मुआवजे का किया ऐलान

    तेलंगाना के संगारेड्डी जिले के पशम्यलारम क्षेत्र में स्थित सिगाची इंडस्ट्रीज़ के दवा संयंत्र में हुए भीषण धमाके में मरने वालों की संख्या बढ़कर अब 40 हो गई है.

    Telangana medical plant accident Death toll compensation
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    तेलंगाना के संगारेड्डी जिले के पशम्यलारम क्षेत्र में स्थित सिगाची इंडस्ट्रीज़ के दवा संयंत्र में हुए भीषण धमाके में मरने वालों की संख्या बढ़कर अब 40 हो गई है. यह हादसा 30 जून को हुआ था और शुरुआत में 34 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई थी, लेकिन जैसे-जैसे राहत कार्य आगे बढ़ा और घायलों की हालत बिगड़ी, आंकड़ा और अधिक भयावह होता चला गया. अधिकारियों ने मंगलवार देर शाम तक मलबा हटाते हुए और शव बरामद किए, जबकि कुछ ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.

    इमारत का एक हिस्सा पूरी तरह ढह गया

    धमाके के वक्त संयंत्र में करीब 90 से 140 श्रमिक काम कर रहे थे. बताया जा रहा है कि धमाका संयंत्र की ड्राइंग यूनिट यानी सुखाने वाली इकाई में हुआ. प्रारंभिक जांच में यह आशंका जताई जा रही है कि यह हादसा रासायनिक प्रतिक्रिया के कारण हुआ, जिससे विस्फोट हुआ और आग तेजी से फैल गई. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, धमाका इतना जोरदार था कि इमारत का एक हिस्सा पूरी तरह ढह गया और लोगों को भागने का मौका भी नहीं मिला.

    राज्य के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने मंगलवार को घटना स्थल का दौरा किया और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की. उन्होंने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया. गंभीर रूप से घायलों को दस लाख और अन्य घायलों को पांच लाख रुपये की सहायता दी जाएगी. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को यह निर्देश भी दिया कि घायलों को सर्वोत्तम इलाज दिया जाए और राहत कार्य में कोई कोताही न हो.

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताया

    इस हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताया था और मृतकों के परिवारों को प्रधानमंत्री राहत कोष से दो-दो लाख और घायलों को पचास-पचास हजार रुपये की आर्थिक मदद की घोषणा की थी. कंपनी सिगाची इंडस्ट्रीज ने इस त्रासदी पर गहरा दुख प्रकट किया है और कहा है कि वह हर मृतक और घायल के परिवार को यथासंभव मदद पहुंचाएगी. कंपनी ने यह भी बताया कि संयंत्र बीमाकृत था और नुकसान की भरपाई के लिए बीमा प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.

    तेलंगाना सरकार ने इस हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं. संयंत्र प्रबंधन के खिलाफ लापरवाही और गैर-इरादतन हत्या जैसी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. प्रशासन ने संयंत्र को 90 दिनों के लिए सील कर दिया है और राज्य भर के अन्य औद्योगिक इकाइयों में सुरक्षा ऑडिट शुरू किया गया है.

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