BJP Attack On Tejashwi Yadav: बिहार की राजनीति एक बार फिर गर्मा गई है, इस बार मुद्दा है मतदाता सूची में हुए गहन पुनरीक्षण का. मामला तब और तूल पकड़ गया जब नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने यह दावा कर दिया कि उनका नाम ही वोटर लिस्ट से गायब है. इस बयान ने राजनीतिक हलकों में सनसनी फैला दी, लेकिन चुनाव आयोग ने तुरंत स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि उनका नाम सूची में मौजूद है.
मामला यहीं नहीं रुका. इस पूरी प्रक्रिया के दौरान एक नया तथ्य सामने आया जिसने विपक्ष की मुश्किलें और बढ़ा दीं. तेजस्वी यादव के नाम पर दो अलग-अलग EPIC नंबर पाए गए, और यही मुद्दा अब राजनीतिक हमला बन गया है.
“क्या तेजस्वी के पास दो वोटर आईडी हैं?”
भाजपा ने इस मौके को तुरंत भांपते हुए विपक्ष पर चौतरफा हमला बोल दिया. पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “अगर विपक्ष के शीर्ष नेता के पास दो EPIC नंबर हैं, तो आम कार्यकर्ताओं का क्या हाल होगा? क्या तेजस्वी यादव ने दो जगह वोट डाला? क्या यही वजह है कि पूरा विपक्ष एसआईआर (Special Summary Revision) से इतना घबराया हुआ है?”
संबित पात्रा ने यह भी आरोप लगाया कि राजद और कांग्रेस जैसे दल पहले बूथ कैप्चरिंग और हिंसा के दम पर चुनाव जीतने की रणनीति अपनाते थे, और अब जब चुनाव आयोग पारदर्शिता बढ़ाने की कोशिश कर रहा है, तो वे संस्थाओं को ही निशाना बना रहे हैं.
“भारत को बदनाम करने की साजिश”
प्रेस वार्ता के दौरान संबित पात्रा ने विपक्षी दलों पर भारत की चुनावी प्रणाली को बदनाम करने की साजिश का आरोप भी लगाया. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव ने भावुक बयान देकर जनता को यह भ्रमित करने की कोशिश की कि उनका नाम लिस्ट से हटा दिया गया है, जबकि सच्चाई यह है कि उनका नाम क्रमांक 416 पर दर्ज है, और उसी EPIC नंबर से जो 2020 के चुनाव में नामांकन के दौरान उन्होंने दिया था.
अब बड़ा सवाल यह है कि दो EPIC नंबर का रहस्य क्या है? क्या वाकई तेजस्वी के पास दो अलग-अलग मतदाता पहचान पत्र हैं, और यदि हां, तो क्या उन्होंने नामांकन के समय गलत हलफनामा दाखिल किया था?
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