HIMARS की तैनाती से ताइवान ने दिखाया दम, चीन की निगाहें तेज

    चीन के बढ़ते सैन्य दबाव और गहराते तनाव के बीच ताइवान ने अपनी रक्षा क्षमताओं का एक सशक्त प्रदर्शन करते हुए अमेरिकी निर्मित HIMARS (हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम) की तैनाती शुरू कर दी है.

    Taiwan Deploys HIMARS rocket system with china
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    चीन के बढ़ते सैन्य दबाव और गहराते तनाव के बीच ताइवान ने अपनी रक्षा क्षमताओं का एक सशक्त प्रदर्शन करते हुए अमेरिकी निर्मित HIMARS (हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम) की तैनाती शुरू कर दी है. शनिवार को देश के मध्यवर्ती शहर ताइचुंग के आसपास इस घातक हथियार को अभ्यास के दौरान देखा गया, जो ताइवान के अब तक के सबसे बड़े 'हान कुआंग' सैन्य अभ्यास का हिस्सा है. इस अभ्यास का उद्देश्य स्पष्ट है. चीन के किसी भी संभावित हमले का मुंहतोड़ जवाब देने की तैयारी और सैन्य शक्ति का सीधा संदेश.

    चीन के खिलाफ ताइवान की सख्त सैन्य तैयारी

    ताइवान का रक्षा मंत्रालय लगातार इस बात की पुष्टि करता रहा है कि बीते कुछ वर्षों में चीन ने द्वीप के चारों ओर सैन्य गतिविधियों में भारी बढ़ोतरी की है. हाल ही में, ताइवान ने दावा किया कि 14 चीनी फाइटर जेट और 9 युद्धपोत द्वीप के आसपास देखे गए, जिनमें से कई ने मध्य रेखा को पार किया, जो दोनों पक्षों के बीच एक अनौपचारिक सीमा मानी जाती है. ताइवान के राष्ट्रपति लाई चिंग-ते ने साफ कहा है कि द्वीप का भविष्य केवल वहां की जनता तय करेगी, चीन के किसी दावे को वो मान्यता नहीं देंगे.

    HIMARS: ताइवान की नई सैन्य ढाल

    HIMARS एक ऐसा हथियार है जिसे हाल ही में यूक्रेन में रूस के खिलाफ प्रभावशाली ढंग से इस्तेमाल किया गया था. अब ताइवान ने भी इस घातक प्रणाली को अपने सुरक्षा कवच में शामिल कर लिया है. ताइवान ने 29 HIMARS यूनिट खरीदी हैं, जिनमें से पहली खेप की डिलीवरी पिछले साल हुई थी. इस साल मई में पहली बार इनका फायर टेस्ट किया गया. 300 किलोमीटर तक की मारक क्षमता वाला यह सिस्टम चीन के तटीय क्षेत्रों, खासतौर से फुज़ियान प्रांत, में सैन्य ठिकानों को निशाना बना सकता है. थंडरबोल्ट 2000 जैसे स्थानीय सिस्टम के साथ मिलकर HIMARS का इस्तेमाल चीन की नौसेना को ताइवान के तट पर पहुँचने से पहले ही रोक सकता है.

    चीन की प्रतिक्रिया: “एक दिखावा”

    चीन इस पूरी कवायद को प्रोपेगेंडा और “सिर्फ एक दिखावा” बता रहा है. चीन के विदेश मंत्रालय ने अमेरिका-ताइवान के सैन्य संबंधों पर दोबारा कड़ा विरोध जताया है. चीनी रक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि वह इस प्रकार की सैन्य तैयारियों को नजरअंदाज नहीं करेगा. वहीं, क्षेत्रीय सैन्य विशेषज्ञों का कहना है कि HIMARS जैसी तैनाती पर चीन की नज़र रहना स्वाभाविक है, क्योंकि इसका रणनीतिक महत्व बहुत बड़ा है.

    HIMARS क्या है और क्यों है खास?

    M142 HIMARS को 1990 के दशक में अमेरिकी सेना के लिए विकसित किया गया था. यह एक हल्का, मोबाइल रॉकेट लॉन्चर है, जिसे FMTV ट्रक के चेसिस पर लगाया गया है. इसमें एक गोला-बारूद पॉड होता है जो 6 GMLRS रॉकेट या 1 ATACMS मिसाइल फायर कर सकता है. HIMARS को दुनिया के किसी भी कोने में C-130, C-5 या C-17 जैसे ट्रांसपोर्ट विमानों से तैनात किया जा सकता है. यही इसकी लचीलापन और तेजी से जवाब देने की क्षमता को अद्वितीय बनाता है.

    भविष्य का संकेत?

    ताइवान की यह तैनाती केवल एक सैन्य अभ्यास नहीं, बल्कि भविष्य के खतरों को लेकर रणनीतिक तैयारी है. HIMARS की मौजूदगी यह दिखाती है कि ताइवान अब सिर्फ बचाव की मुद्रा में नहीं, बल्कि जवाबी कार्रवाई के लिए भी तैयार है. चीन और अमेरिका के बीच पहले से चल रहे तनाव के बीच HIMARS की यह तैनाती एशिया-प्रशांत क्षेत्र में नई सामरिक संतुलन की शुरुआत मानी जा रही है.

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