सीरिया में फिर भड़की जंग? दाएश के हमले से चरम पर तनाव, पकड़-पकड़ आतंक फैला रहे आतंकी!

    सीरिया में एक बार फिर संघर्ष की चिंगारी तेज़ हो गई है. लंबे समय से जख्मी इस मुल्क के पूर्वी हिस्से में आतंक और जवाबी कार्रवाइयों की घटनाएं फिर से बढ़ने लगी हैं. खासतौर पर डेर अल-ज़ोर प्रांत में, जहां हाल ही में एक बड़ा आतंकी हमला हुआ है.

    syria isis is attacking on kurds al sharaa
    Representative Image: Meta Ai

    सीरिया में एक बार फिर संघर्ष की चिंगारी तेज़ हो गई है. लंबे समय से जख्मी इस मुल्क के पूर्वी हिस्से में आतंक और जवाबी कार्रवाइयों की घटनाएं फिर से बढ़ने लगी हैं. खासतौर पर डेर अल-ज़ोर प्रांत में, जहां हाल ही में एक बड़ा आतंकी हमला हुआ है.

    31 जुलाई को पूर्वी सीरिया के डेर अल-ज़ोर में स्थित एक सुरक्षा चौकी पर इस्लामिक स्टेट (दाएश) के आतंकियों ने हमला बोल दिया. इस हमले में सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेज (SDF) के पांच लड़ाके मारे गए. इस हमले की ज़िम्मेदारी खुद ISIS ने सोमवार को एक बयान जारी कर ली है. SDF एक कुर्द नेतृत्व वाली सैन्य शक्ति है जो अमेरिका के समर्थन से ISIS के खिलाफ लड़ाई में अहम भूमिका निभाती रही है.

    सत्ता परिवर्तन के बाद शांति की उम्मीदें टूटीं

    बशर अल-असद की सरकार के डगमगाने और आंतरिक उथल-पुथल के बीच यह उम्मीद की जा रही थी कि देश में शांति लौटेगी और आतंकी हमले रुकेंगे. मगर दाएश के इस हमले ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि सीरिया की ज़मीन अभी भी अस्थिरता और संघर्ष की चपेट में है.

    2019 में हार के बाद फिर उभरने की कोशिश में ISIS

    2019 में अमेरिकी गठबंधन के समर्थन से कुर्द फोर्सेज ने ISIS को बुरी तरह पराजित किया था. मगर अब वही ISIS एक बार फिर सिर उठाने की कोशिश कर रहा है. डेर अल-ज़ोर, जो 2014 में ISIS के कब्जे में चला गया था, उसे 2017 में सीरियाई सेना ने आज़ाद कराया था. तब से यह इलाका SDF के नियंत्रण में है, लेकिन अब सरकार समर्थक ताकतें इसे फिर से अपने अधीन करना चाहती हैं.

    बदले की आग में जल रहा ISIS

    ISIS और कुर्दों के बीच दुश्मनी कोई नई नहीं है. दाएश, जिसने कभी खिलाफत की घोषणा कर इराक और सीरिया के बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया था, अब अपनी हार का बदला लेने की फिराक में है. SDF के भीतर कमजोरी की आहट और राजनीतिक अनिश्चितता के इस दौर को ISIS एक मौका मानकर फिर से सक्रिय हो रहा है.

    सीरिया का भविष्य फिर अधर में

    इस ताज़ा हमले ने यह साफ कर दिया है कि सीरिया का शांति पथ अभी भी बेहद कठिन है. देश में सत्ता, वर्चस्व और विचारधारा को लेकर चल रही खींचतान का फायदा फिर से आतंकवादी संगठन उठा रहे हैं. यदि अंतरराष्ट्रीय समुदाय और क्षेत्रीय ताकतें मिलकर इस पर ठोस रणनीति नहीं बनातीं, तो सीरिया एक बार फिर गृहयुद्ध की भट्टी में झोंका जा सकता है.

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