दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर बढ़ते कोहरे के कारण वाहन चालकों के लिए स्पीड लिमिट घटा दी गई है. ट्रैफिक पुलिस और एनएचएआई ने कोहरे के दौरान हादसों को नियंत्रित करने के लिए एक नई एडवाइजरी जारी की है, जिसके तहत भारी और हल्के वाहनों के लिए अलग-अलग स्पीड लिमिट तय की गई है. यदि कोई वाहन चालक इन स्पीड लिमिट का उल्लंघन करेगा तो उसे ओवर स्पीड चालान का सामना करना पड़ेगा.
कोहरे के दौरान निर्धारित स्पीड लिमिट
कोहरे के कारण दृश्यता में कमी आती है, जिससे सड़क पर हादसों की संभावना बढ़ जाती है. इस स्थिति को देखते हुए, भारी वाहनों के लिए अधिकतम स्पीड 40 किमी प्रति घंटा और हल्के वाहनों के लिए 60 किमी प्रति घंटा निर्धारित की गई है. यह कदम सड़क पर होने वाली दुर्घटनाओं को कम करने के लिए उठाया गया है. एनएचएआई और ट्रैफिक पुलिस ने स्पष्ट किया है कि यदि कोई वाहन चालक इन लिमिट्स का उल्लंघन करेगा, तो उस पर कार्रवाई की जाएगी और ओवर स्पीड चालान किया जाएगा.
सड़क किनारे खड़े वाहनों पर सख्त कार्रवाई
कोहरे के दौरान एक्सप्रेसवे और हाईवे पर सड़क किनारे खड़े वाहनों के कारण कई बार गंभीर हादसे हो जाते हैं. दृश्यता कम होने पर ये वाहन अन्य चालकों के लिए खतरे का कारण बन सकते हैं. इस वजह से एनएचएआई ने ऐसे खड़े वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की योजना बनाई है. पेट्रोलिंग टीम और एनएचएआई की टीमों द्वारा लगातार अनाउंसमेंट कर ऐसे वाहनों को हटाने की कार्रवाई की जाएगी.
सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सतर्कता
कोहरे में हादसों से बचने के लिए एनएचएआई की पेट्रोलिंग टीम और अन्य सुरक्षात्मक टीमें अब पहले से कहीं अधिक सतर्क होंगी. सड़क पर खड़े वाहनों को हटाने के लिए इनके द्वारा समय-समय पर निगरानी की जाएगी. इसके अलावा, यदि किसी वाहन के खड़ा होने से कोई बड़ा हादसा होता है, तो संबंधित वाहन मालिक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी.
कोहरे में ट्रैफिक नियमों का पालन करें
एनएचएआई और ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि कोहरे में यात्रा करते समय वाहनों की स्पीड लिमिट का पालन करना बेहद जरूरी है. वाहन चालकों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी सुरक्षा के साथ-साथ दूसरों की सुरक्षा को भी ध्यान में रखें. तय सीमा से अधिक गति से वाहन चलाना न केवल चालान का कारण बन सकता है, बल्कि सड़क दुर्घटनाओं का भी जोखिम बढ़ाता है.
एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अरविंद कुमार ने कहा कि कोहरे के दौरान बड़े हादसों को ध्यान में रखते हुए वाहनों की अधिकतम गति सीमा को कम किया गया है. आने वाले दिनों में कोहरे के बढ़ने की संभावना है. ऐसे में लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए तय की गई स्पीड से तेज चलने वालों वाहनों पर कार्रवाई की जाएगी. चालान की कार्रवाई से बचने के लिए लोग तय गति से ही वाहन चलाएं.
छह टीमें रहेंगी सक्रिय
प्रोजेक्ट डायरेक्टर अरविंद कुमार ने करहा कि कोहरे के दौरान वाहनों की स्पीड और अतिरिक्त सावधानी के लिए छह टीमों को लगाया गया है. यह टीमें वाहनों की निगरानी करेंगी, एवं लोगों को आवश्यकतानुसार मदद करेंगी. इसके अलावा यह टीमें डीएमई और ईपीई पर नजर रखेंगी. इस टीमें के साथ पुलिस की टीमें भी रहेंगी. टोल और रेस्ट क्षेत्र में भी यह टीम जाकर लोगों को सावधानी से चलने और स्पीड लिमिट के बारे में जागरुक करेंगी. इससे वाहन चालकों को किसी तरह की दुर्घटना से बचाया जा सकेगा.
ये भी पढ़ें: किराया मांगने गई मालकिन को मिली खौफनाक मौत, 'जल्लाद' पति-पत्नी ने सूटकेस में भरी लाश, फिर ऐसे खुली पोल