नई दिल्ली: भारत के युवा बल्लेबाज शुभमन गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में ऐसा कारनामा कर दिखाया है, जो भारतीय क्रिकेट इतिहास में सिर्फ एक बार पहले हुआ था. गिल ने पहली पारी में दोहरा शतक (200 ) जड़ने के बाद दूसरी पारी में भी शतक (100 ) ठोककर एक ही टेस्ट में दोहरा शतक और शतक बनाने का दुर्लभ कीर्तिमान हासिल किया है.
इससे पहले यह ऐतिहासिक उपलब्धि केवल सुनील गावस्कर के नाम दर्ज थी, जिन्होंने 1971 में वेस्टइंडीज के खिलाफ यह करिश्मा किया था. गिल ने लगभग 54 साल बाद इस रिकॉर्ड की बराबरी कर क्रिकेट प्रेमियों को रोमांचित कर दिया है.
भारतीय कप्तानों में शामिल हुए एलीट लिस्ट में
गिल, जो इस सीरीज में टीम इंडिया की अगुआई कर रहे हैं, बतौर कप्तान एक टेस्ट की दोनों पारियों में शतक जड़ने वाले भारत के तीसरे कप्तान बन गए हैं. उनसे पहले:
अब शुभमन गिल भी इस प्रतिष्ठित सूची का हिस्सा हैं, यह संकेत है कि वह केवल प्रतिभा ही नहीं, बल्कि नेतृत्व क्षमता में भी तेजी से आगे बढ़ रहे हैं.
इंटरनेशनल क्रिकेट में चमकता सितारा
गिल का अब तक का सफर बेहद प्रभावशाली रहा है. केवल 25 साल की उम्र में वह 17 अंतरराष्ट्रीय शतक जमा चुके हैं. तुलना करें तो:
इसमें कोई दो राय नहीं कि शुभमन गिल तेजी से भारतीय क्रिकेट के अगले महानायक के रूप में उभर रहे हैं.
डब्ल्यूटीसी में भी रिकॉर्डों पर नजर
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के इतिहास में भी गिल ने खास मुकाम हासिल किया है. वह अब:
एक टेस्ट में सर्वाधिक रन बनाने वाले भारतीय
गिल ने इस टेस्ट मैच में 520 रनों का व्यक्तिगत योग बनाकर एक टेस्ट में सर्वाधिक रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज बनने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया.
यह रिकॉर्ड पहले सुनील गावस्कर के नाम था, जिन्होंने 1971 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 344 रन बनाए थे. गिल ने इस ऐतिहासिक आंकड़े को पार कर नया बेंचमार्क सेट किया है.
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