'अब जंग के मैदान में मुलाकात होगी', सीजफायर उल्लंघन के बाद गीदड़ भभकी दे रहा शहबाज

    सीजफायर के समझौते के चंद घंटों बाद ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने एक बार फिर भड़काऊ बयान देकर क्षेत्र में तनाव को बढ़ा दिया है.

    Shehbaz threatening after ceasefire violation
    शहबाज शरीफ | Photo: ANI

    इस्लामाबाद/नई दिल्ली: सीमा पर हाल ही में हुए सीजफायर के समझौते के चंद घंटों बाद ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने एक बार फिर भड़काऊ बयान देकर क्षेत्र में तनाव को बढ़ा दिया है. राष्ट्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान “खून की आखिरी बूंद तक” लड़ेगा और यदि आवश्यकता पड़ी तो भारत से “मैदान-ए-जंग” में मुलाकात होगी.

    प्रधानमंत्री शरीफ के इस बयान को भारत के प्रति “गीदड़भभकी” के रूप में देखा जा रहा है, जो शांति प्रयासों के लिए गंभीर चुनौती मानी जा रही है. शहबाज शरीफ ने अपने संबोधन में बिना भारत का नाम लिए कहा कि पाकिस्तान को उकसाने वालों को करारा जवाब मिलेगा और उनके शब्दों में था, "हम न डरने वाले हैं, न झुकने वाले. अगर कोई जंग चाहता है, तो हम मैदान-ए-जंग में तैयार हैं."

    भारत की प्रतिक्रिया

    भारत की ओर से अभी तक इस बयान पर आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह बयान पाकिस्तान की आंतरिक राजनीतिक अस्थिरता से ध्यान भटकाने के लिए दिया गया हो सकता है. सीमा पर हाल ही में हुए संघर्ष विराम को दोनों देशों के बीच शांति की दिशा में एक सकारात्मक कदम माना जा रहा था, लेकिन प्रधानमंत्री शरीफ की यह टिप्पणी उन प्रयासों को कमजोर करती दिखाई दे रही है.

    अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा

    संयुक्त राष्ट्र और अन्य वैश्विक संस्थाएं भारत-पाकिस्तान के बीच शांति बनाए रखने की लगातार अपील करती रही हैं. ऐसे में शरीफ का यह बयान अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजर में अस्वीकार्य माना जा सकता है. क्षेत्रीय स्थिरता और द्विपक्षीय संबंधों में सुधार के लिए ऐसे भड़काऊ भाषणों से बचना ही बेहतर होगा.

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