ससुराल आई, तीन दिन पति के साथ रही; अब बोली- प्रेमी संग बितानी है आगे की जिंदगी

    उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने न सिर्फ एक गांव को बल्कि सोशल मीडिया पर भी लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है. मामला प्रेम, पारिवारिक दबाव और सामाजिक मान्यताओं की उलझनों से जुड़ा है. धनघटा थाना क्षेत्र की एक युवती ने घरवालों के दबाव में आकर 10 जून को शादी तो कर ली, लेकिन केवल दो दिन बाद ही वह अपने प्रेमी के साथ फरार हो गई.

    Sant Kabir Nagar bride Elopement Love affair
    प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo: Freepik

    Sant Kabir Nagar News: उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने न सिर्फ एक गांव को बल्कि सोशल मीडिया पर भी लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है. मामला प्रेम, पारिवारिक दबाव और सामाजिक मान्यताओं की उलझनों से जुड़ा है. धनघटा थाना क्षेत्र की एक युवती ने घरवालों के दबाव में आकर 10 जून को शादी तो कर ली, लेकिन केवल दो दिन बाद ही वह अपने प्रेमी के साथ फरार हो गई. यह घटना सहजनवा थाना क्षेत्र तक पहुंची, जहां मामला पुलिस तक जा पहुंचा.

    छिपे प्रेम की 6 साल पुरानी कहानी

    इस युवती का गांव के ही एक युवक के साथ पिछले 6 वर्षों से प्रेम संबंध था. लेकिन घरवालों ने उसकी एक न सुनी और जबरन उसकी शादी किसी और युवक से करा दी. शादी के बाद वह अपने पति के साथ ससुराल तो पहुंची, लेकिन दिल अब भी प्रेमी के पास ही था. ससुराल में एक रात बिताने के बाद, अगली सुबह ही वह अपने प्रेमी के साथ फरार हो गई.

    गोरखपुर में पकड़े गए, चौराहे पर हुआ हंगामा

    जब युवती के भाई को इस बात की खबर मिली, तो वह उसकी तलाश में निकल पड़ा और शुक्रवार को गोरखपुर में दोनों को खोज निकाला. वापस लौटते समय सहजनवा थाना क्षेत्र के एक चौराहे पर युवती ने अचानक हंगामा कर दिया और भीड़ जमा हो गई. मामला बढ़ता देख युवक के भाई ने तुरंत पुलिस को सूचना दी.

    थाने में सुनाई दिल की बात

    पुलिस दोनों को थाने ले गई, जहां युवती ने स्पष्ट रूप से कहा कि वह अपने पति नहीं, बल्कि प्रेमी के साथ रहना चाहती है. उसने बताया कि दोनों बालिग हैं और एक-दूसरे से प्रेम करते हैं. पुलिस ने मामले को घरेलू बताते हुए कोई कानूनी हस्तक्षेप नहीं किया और दोनों को आपसी सहमति के आधार पर छोड़ दिया.

    सामाजिक बंधन बनाम व्यक्तिगत इच्छाएं

    सहजनवा थानाध्यक्ष महेश चौबे के अनुसार, युवती, उसका पति और प्रेमी सभी धनघटा क्षेत्र के रहने वाले हैं और चूंकि दोनों प्रेमी बालिग हैं, इसलिए उन्हें साथ रहने की अनुमति दी गई. यह घटना न सिर्फ एक प्रेम कहानी है, बल्कि यह भी बताती है कि कैसे सामाजिक दबाव और पारिवारिक निर्णय कई बार व्यक्तिगत स्वतंत्रता और सच्चे प्रेम के रास्ते में दीवार बन जाते हैं.

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