राजस्थान के धौलपुर जिले के राजाखेड़ा से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसने रिश्तों की मर्यादा और विश्वास को शर्मसार कर दिया. यहां एक महिला के माता-पिता ने अपनी ही बेटी को छिपाकर उसके पति और ससुराल वालों पर हत्या का झूठा इल्जाम लगाने की साजिश रची, लेकिन पुलिस की सूझबूझ ने इस नाटक का पर्दाफाश कर दिया.
क्या है पूरा मामला?
राजाखेड़ा थानाधिकारी रामकिशन यादव ने जानकारी दी कि 22 अप्रैल को बिरहरू थाना इलाके के निवासी राकेश बाबू ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. राकेश बाबू ने आरोप लगाया कि उनकी बेटी आरती, जिसकी शादी वर्ष 2020 में गन्हेड़ी गांव निवासी प्रदीप भास्कर से हुई थी, ससुरालियों द्वारा हत्या कर दी गई है. उनका कहना था कि पति-पत्नी में झगड़े के बाद से आरती गायब है और ससुराल वाले धमकी देकर कह रहे हैं कि "तुम्हारी बेटी को मार दिया है."
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तत्काल जांच शुरू की. पति प्रदीप और उसके परिवार से पूछताछ हुई तो चौंकाने वाला सच सामने आया. प्रदीप ने बताया कि आरती का अपने ससुराल में रहना पहले से ही अस्थिर था. वह अक्सर बिना बताए मायके चली जाया करती थी. इस बार भी संभवत: वही हुआ था.
पुलिस ने गहनता से जांच करते हुए सुराग जोड़े और शक की सुई आरती के ही परिवार की ओर घूमने लगी. जांच में सामने आया कि आरती को उसके माता-पिता ने अपने दूसरे दामाद भूपेन्द्र के घर मीरपुर थाना क्षेत्र के शमशाबाद इलाके में छिपा रखा है.
सास-ससुर ने सच कबूला
जब पुलिस ने राकेश बाबू, उनकी पत्नी राजवती और दामाद भूपेन्द्र से कड़ाई से पूछताछ की, तो आखिरकार उन्होंने सच उगल दिया. उन्होंने कबूल किया कि उन्होंने खुद ही आरती को छुपाया था ताकि दामाद और उसके परिवार पर झूठा हत्या का मुकदमा दर्ज कराया जा सके. इसके बाद पुलिस ने आरती को सुरक्षित बरामद कर थाने लाया और उससे पूछताछ की. आरती ने अपनी मर्जी से माता-पिता के साथ जाने की इच्छा जताई.
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