मॉस्को: शुक्रवार को रूस की राजधानी के बाहरी इलाके बालाशिखा में एक ज़ोरदार कार विस्फोट में रूसी सेना के वरिष्ठ अधिकारी जनरल यारोस्लाव मोस्कालिक की जान चली गई. यह धमाका ऐसे वक्त हुआ जब अमेरिका के राष्ट्रपति के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ मॉस्को में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात के लिए पहुंचे हुए थे.
जनरल मोस्कालिक, जो रूसी जनरल स्टाफ के मेन ऑपरेशन्स डायरेक्टोरेट में डिप्टी हेड के पद पर कार्यरत थे, उस समय अपनी कार के पास खड़े थे जब विस्फोट हुआ. जांच में सामने आया है कि धमाके में इस्तेमाल किया गया विस्फोटक IED (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) था, जिसमें नुकीले धातु के टुकड़े भरे गए थे. जिस कार में बम लगाया गया था, वह एक वोल्क्सवैगन गोल्फ थी.
एक सख्त और रणनीतिक जनरल
जनरल मोस्कालिक को रूस की सैन्य व्यवस्था में एक “सख्त लेकिन काबिल” अधिकारी के तौर पर जाना जाता था. मिलिट्री ब्लॉग रायबार के अनुसार, वे अपने अधीनस्थ अधिकारियों के लिए काफी कठोर रवैया रखते थे और इस वजह से लोकप्रिय नहीं थे—लेकिन रणनीतिक स्तर पर बेहद सक्षम माने जाते थे.
धमाके के समय वे कार के भीतर नहीं बल्कि पास की एक इमारत से बाहर निकलकर वाहन की ओर बढ़ रहे थे. हालाँकि इस जानकारी की स्वतंत्र पुष्टि अब तक नहीं हुई है.
हमले की कोई जिम्मेदारी नहीं
अब तक किसी भी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. मगर सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के हमले पहले भी रूसी सैन्य अधिकारियों को निशाना बनाकर किए जा चुके हैं.
बीते साल दिसंबर में जनरल इगोर किरिलोव की एक रहस्यमयी विस्फोट में मौत हो गई थी, जब उनके अपार्टमेंट के बाहर एक इलेक्ट्रिक स्कूटर में बम फट गया था. किरिलोव पर यूक्रेन युद्ध में केमिकल हथियारों की रणनीति बनाने का आरोप था.
दो दिन पहले भी हुआ था धमाका
इस हालिया हमले से दो दिन पहले मॉस्को के एक कॉमर्शियल ज़ोन की अंडरग्राउंड पार्किंग में धमाके के बाद आग लग गई थी. दोनों घटनाओं के बीच कोई सीधा संबंध नहीं जोड़ा गया है, लेकिन समय और स्थान को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियां इन संभावनाओं की जांच में जुटी हैं.
रूसी एजेंसियों की सक्रियता तेज
रूस की जांच समिति ने मामले की आपराधिक जांच शुरू कर दी है. फॉरेंसिक टीमें और बम डिस्पोजल यूनिट घटनास्थल पर सक्रिय हैं. प्रारंभिक रिपोर्ट्स में कहा गया है कि बम देसी तकनीक से बनाया गया था—जो बताता है कि हमला संगठित रूप से योजनाबद्ध था.
विटकॉफ और पुतिन की मुलाकात के दिन ही हुआ यह विस्फोट कई सवाल खड़े करता है. क्या यह केवल एक संयोग था या कोई राजनीतिक संदेश? फिलहाल इस पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गई है, लेकिन मॉस्को में कूटनीतिक हलकों में हलचल तेज हो गई है.
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