हाथ रखकर खांसने पर मजबूर हो जाएंगे जेलेंस्की! यूक्रेन ने कर ली बमों को अपग्रेड करने की बड़ी तैयारी

    रूस और यूक्रेन के बीच चल रही जंग अब अपने तीसरे वर्ष में है, लेकिन हाल ही में रूस की ओर से की गई हवाई हमलों की नई शैली ने एक बार फिर वैश्विक सैन्य विश्लेषकों का ध्यान खींचा है. FAB-500PD बमों की वापसी और उनमें UMPK किट व कोमेटा सैटेलाइट नेविगेशन मॉड्यूल का अपडेटेड उपयोग, यह संकेत देता है कि रूस अब सिर्फ ताकत नहीं, टेक्नोलॉजी और रणनीति के दम पर खेल रहा है.

    Russia Upgrading Glide Bomb Against Ukraine what will do now
    Image Source: Social Media

    रूस और यूक्रेन के बीच चल रही जंग अब अपने तीसरे वर्ष में है, लेकिन हाल ही में रूस की ओर से की गई हवाई हमलों की नई शैली ने एक बार फिर वैश्विक सैन्य विश्लेषकों का ध्यान खींचा है. FAB-500PD बमों की वापसी और उनमें UMPK किट व कोमेटा सैटेलाइट नेविगेशन मॉड्यूल का अपडेटेड उपयोग, यह संकेत देता है कि रूस अब सिर्फ ताकत नहीं, टेक्नोलॉजी और रणनीति के दम पर खेल रहा है.

    वीडियो में दिखा रूस का नया घातक अंदाज

    हाल ही में वायरल हुए दो वीडियो क्लिप्स में, रूसी वायुसेना के FAB-500PD बमों को एक साथ दो से चार की संख्या में लक्ष्य पर गिराते हुए देखा गया. यह हमला यूक्रेन के खेरसॉन ओब्लास्ट में स्थित एक गोला-बारूद डिपो पर किया गया था — और इसका असर सिर्फ फिजिकल नहीं, बल्कि मनोवैज्ञानिक स्तर पर भी दिखा. सटीकता इतनी थी कि यूक्रेनी रक्षा विश्लेषकों तक को अंदेशा नहीं था कि ये नए अपग्रेडेड बम इतने खामोशी से पहुंचकर विस्फोट करेंगे.

    क्या है FAB-500PD और UMPK की जोड़ी की ताकत?

    FAB-500PD एक दमदार 500 किलोग्राम वजनी बम है, जिसे UMPK (Universal Glide Bomb Kit) से लैस कर ‘स्मार्ट बम’ में बदला गया है. अब इसमें जोड़ा गया है नया "कोमेटा" सैटेलाइट गाइडेंस सिस्टम, जो GPS जामिंग के बावजूद लक्ष्य तक बम को सटीकता से पहुंचाता है. यह नया मॉड्यूल पुराने वर्जन की कमजोरियों को दूर करता है और EW (Electronic Warfare) विरोधी क्षमता को बढ़ाता है.

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    यूक्रेनी डिफेंस सिस्टम पर सवाल

    2023 के दौरान जब रूस ने पहली बार UMPK किट का उपयोग किया, तब यूक्रेन काफी हद तक असहाय नजर आया. लेकिन धीरे-धीरे, यूक्रेनी सेना ने मोबाइल इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली विकसित की, जिसने रूसी गाइडेंस सिस्टम को मिसगाइड करना शुरू कर दिया. पर अब रूस की रणनीति बदल गई है — सिंगल हिट की बजाय मल्टी-बम अटैक, जिससे EW सिस्टम की प्रभावशीलता कम होती जा रही है. एक साथ कई बमों की लॉन्चिंग से सिस्टम भ्रमित हो जाते हैं और रियल टाइम रिस्पॉन्स कमजोर हो जाता है.

    यूक्रेन की आगे की राह: रणनीति बनाम टेक्नोलॉजी

    रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की यह नई रणनीति सीधे तौर पर यूक्रेन के रक्षात्मक ढांचे और राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की की सैन्य रणनीति पर दबाव बना रही है. विशेष रूप से खार्किव और सुमी जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों में रूसी गतिविधियां तेजी से बढ़ रही हैं, जो एक संभावित बड़े हमले की तरफ इशारा करती हैं. ऐसे में ये सवाल बड़ा हो जाता है कि "क्या जेलेंस्की सरकार को अब अपनी रक्षा नीति और इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम को री-डिज़ाइन करने की जरूरत है?" तकनीक से युद्ध नहीं जीता जाता, पर हार जरूर हो सकती है.

    रूस ने अपने FAB-500PD बमों को तकनीकी रूप से बेहद मजबूत और घातक बना दिया है. लेकिन युद्ध की दिशा सिर्फ हथियार तय नहीं करते  रणनीति, मोरल ग्राउंड और अंतरराष्ट्रीय समर्थन भी अहम फैक्टर होते हैं. अब देखना होगा कि यूक्रेन इस तकनीकी चुनौती का सामना कैसे करता है. जवाब सटीक रणनीति में छिपा है, तकनीक में नहीं.