Russia-Ukraine War: यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे संघर्ष ने एक और खतरनाक मोड़ ले लिया है. 13 जुलाई को यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने रूस द्वारा किए गए ताजे हमलों की गंभीरता को साझा करते हुए इसे अब तक के सबसे बड़े हमलों में से एक बताया. इन हमलों में बड़ी संख्या में ड्रोन और मिसाइलें शामिल थीं, जो यूक्रेन की सुरक्षा के लिए एक नई चुनौती उत्पन्न कर रही हैं.
रूस का अब तक का सबसे बड़ा हमला
9 जुलाई को, रूस ने मात्र एक दिन में 728 'शहीद' प्रकार के ड्रोन और डिकॉय लॉन्च किए, इसके साथ ही कई मिसाइलों का भी इस्तेमाल किया. यह हमला एक गंभीर संकेत है कि रूस ने अब यूक्रेन के नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाकर युद्ध को और हिंसक बना दिया है. राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने इस हमले को 'दुश्मन द्वारा जन-आतंक फैलाने की साजिश' के रूप में देखा और बताया कि रूस ने जानबूझकर यूक्रेन के प्रमुख शहरों को अपना निशाना बनाया है.
रूस के हमलों पर क्या बोले
ज़ेलेंस्की के अनुसार, रूस का उद्देश्य केवल यूक्रेन की हवाई सुरक्षा प्रणाली को कमजोर करना नहीं, बल्कि बड़े शहरों की सुरक्षा को भी भेदना है. उन्होंने यह भी बताया कि रूस की योजना यह है कि वह एक दिन में 1,000 से अधिक ड्रोन यूक्रेन पर छोड़ें. इसका मुख्य उद्देश्य नागरिकों में भय और आतंक फैलाना है. ज़ेलेंस्की ने यह भी कहा कि रूस के हमले केवल सैन्य लक्ष्य नहीं, बल्कि आम नागरिकों को निशाना बना कर उन्हें डराने की एक साजिश का हिस्सा हैं.
यूक्रेनी एयर डिफेंस सिस्टम की सफलता
रूस के इस ताजे हमले के बावजूद, यूक्रेनी एयर डिफेंस सिस्टम ने अपनी ताकत का प्रदर्शन किया. ज़ेलेंस्की ने बताया कि यूक्रेनी सेना ने इंटरसेप्टर ड्रोन की मदद से सैकड़ों रूसी-ईरानी 'शहीद' ड्रोन को नष्ट कर दिया. यह यूक्रेनी सेना की सुरक्षा प्रणाली की सफलता को दर्शाता है, जिसने कई हमलों को नाकाम किया है. उनके अनुसार, यह स्थिति बताती है कि यूक्रेन की रक्षा प्रणाली लगातार मजबूत हो रही है, और यह भविष्य में और प्रभावी साबित हो सकती है.
अंतरराष्ट्रीय समुदाय से उम्मीदें
ज़ेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन ने अमेरिका, यूरोप और G7 देशों के साथ इंटरसेप्टर ड्रोन की तकनीक और उत्पादन को बढ़ाने के लिए बातचीत की है. उन्हें उम्मीद है कि इन देशों से ठोस समर्थन प्राप्त होगा, जिससे रूस के खिलाफ युद्ध में उनकी स्थिति और मजबूत हो सके. इसी बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी रूस के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया देने का संकेत दिया है और उन्होंने आने वाले दिनों में इस संबंध में बयान देने का वादा किया है.
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