Delhi News: राजधानी दिल्ली के राजनिवास मार्ग स्थित राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय (RPVV) में आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने कक्षा 10वीं और 12वीं के CBSE टॉपर्स को सम्मानित कर उनकी सफलता का जश्न मनाया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता बतौर मुख्य अतिथि और शिक्षा मंत्री आशीष सूद विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए। समारोह की खास बात यह रही कि इसमें केवल छात्रों को ही नहीं, बल्कि उन सरकारी स्कूलों को भी सम्मानित किया गया जिन्होंने 100% परिणाम देकर दिल्ली की शिक्षा प्रणाली का गौरव बढ़ाया।
समारोह में 10वीं कक्षा के वे 16 छात्र शामिल थे जिन्होंने 95% से अधिक अंक हासिल किए, वहीं 12वीं कक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 71 छात्रों को भी मुख्यमंत्री ने मंच पर सम्मानित किया। इन होनहारों को प्रमाणपत्र के साथ विशेष स्मृति चिन्ह भी भेंट किए गए।
सिर्फ छात्र नहीं, स्कूल भी बने प्रेरणा
दिल्ली के 10-10 ऐसे सरकारी स्कूलों को भी पुरस्कृत किया गया जिन्होंने शत-प्रतिशत परीक्षा परिणाम दिए। इन स्कूलों के प्रधानाचार्यों और शिक्षकों को भी सराहना मिली, जिन्होंने छात्रों को दिशा दी और उनके भविष्य को संवारने में अहम भूमिका निभाई।
सीएम ने छात्रों का बढ़ाया हौसला
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने CBSE टॉपर्स को संबोधित करते हुए कहा कि अमिताभ बच्चन का डायलॉग याद आ रहा है आज खुश तो बहुत होगे तुम, इसके आगे उन्होंने दुष्यंत कुमार की कविता की लाइन पढ़ी, कौन कहता है कि आसमान में छेद नहीं हो सकता एक पत्थर तो तबीयत से उछालों यारो.
"सरकारी स्कूल में होकर छूई ऊंचाई"
सीएम ने आगे कहा, दिल्ली सरकार के स्कूल में होकर जो ऊंचाई आपने छुई है वो हमारे लिए भी सम्मान की बात है. सभी को बहुत बहुत बधाई. पहली की सरकारों में ये काम तो होता था लेकिन 6 महीने की देरी से जिससे खुशी की खुमारी कम हो जाती थी. मैंने शिक्षा मंत्री को कहा कि एक कार्यक्रम होना चाहिए बच्चों को सम्मानित करने के लिए. मेरे कहने मात्र से ये कार्यक्रम किया, SBI ने बच्चों को ipad दिए उनको बधाई. देश विदेश में हमारे बच्चे जब जाएं उन्हें सम्मान मिले इसकी कोशिश है. 96.90 बाहरवी 94.64 दसवीं के बच्चों ने हासिल किए हैं.
CM रेखा ने अपने स्कूली दिनों को याद किया
सीएम ने अपने स्कूल के दिनों को याद करते हुए कहा, मैं खुद अशोक विहार से पढ़ी हूं, मेरे 87% अंक थे. छात्रों और स्कूलों को लेकर सीएम ने कहा, आज वर्ल्डक्लास सुविधा हों, बच्चों का मन लगें, डिजिटल लाइब्रेरी मिले, अच्छे टीचर्स मिले, ऐसा माहौल हम चाहते हैं. कोई डॉक्टर, इंजीनियर, पायलट बने, जहां भी रहे दिल्ली का नाम आपसे जुड़ा है. सीएम ने आगे कहा, पेरेंट्स की प्रायोरिटी सरकारी स्कूल होने चाहिए, जैसे पोस्ट ग्रेजुएशन में कहते हैं सरकारी कॉलेज होना चाहिए उसी तरह से सरकारी स्कूल को भी महत्व मिलना चाहिए
"अगली बार 100 रिजल्ट होने चाहिए"
सीएम ने आगे कहा, आज हमारी सरकार का 100वां दिन है. हमने नीतिगत फैसले लिए हैं. उन्होंने कहा, अगली बार 100 रिजल्ट होने चाहिए. पिछली सरकारों ने 9th और 11th के डेढ़ लाख बच्चे स्कूलों से निकाले थे, उन्हें भी अच्छा करना है. बच्चों को गाइडेंस देनी है.