मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में एक महत्वाकांक्षी परियोजना की नींव रखी गई है, जिसका नाम ‘ब्रह्मा’ (BEML Rail Hub for Manufacturing) रखा गया है. इस परियोजना से न सिर्फ प्रदेश के औद्योगिक विकास को रफ्तार मिलेगी, बल्कि हजारों लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे.
‘ब्रह्मा’ परियोजना के तहत पहले चरण में हर साल 125 से 200 रेल कोच बनाए जाएंगे. आने वाले पांच वर्षों में उत्पादन क्षमता को बढ़ाकर 1,100 कोच प्रतिवर्ष करने का लक्ष्य रखा गया है. अनुमान है कि इस प्लांट के संचालन से 5,000 से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा, साथ ही आसपास के क्षेत्रों में औद्योगिक गतिविधियां भी तेज होंगी.
दो साल में तैयार होगी फैक्ट्री
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने परियोजना का शिलान्यास करते हुए इसे मध्य प्रदेश के लिए एक बड़ी सौगात बताया. उन्होंने भरोसा दिलाया कि यह फैक्ट्री तय समय सीमा में, यानी दो साल के भीतर तैयार हो जाएगी. सिंह ने कहा कि इस परियोजना का नाम ‘ब्रह्मा’ सृष्टि के रचयिता के सम्मान में रखा गया है. उन्होंने यह भी बताया कि भारत अब रक्षा निर्यात के मामले में शीर्ष चार देशों में शामिल हो रहा है, जहां रक्षा उत्पादों का निर्यात 600 करोड़ रुपये से बढ़कर 24,000 करोड़ रुपये से अधिक हो चुका है.
मध्य प्रदेश की औद्योगिक प्रगति
अपने संबोधन में रक्षा मंत्री ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि राज्य में उद्योग और निवेश का माहौल तेजी से विकसित हो रहा है. 20 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश आ चुका है और राज्य को जल्द ही ‘मॉडर्न प्रदेश’ के रूप में पहचाना जाएगा.
क्षेत्र के विकास की नई उम्मीद
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इस रेल कोच फैक्ट्री से मंडीदीप और आसपास के औद्योगिक क्षेत्रों में बड़ा बदलाव आएगा. उन्होंने किसानों को भरोसा दिलाया कि फसल बीमा योजना की राशि शीघ्र उनके खातों में जमा की जाएगी. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी कहा कि यह परियोजना रायसेन, विदिशा और अन्य नजदीकी जिलों में आर्थिक विकास और रोजगार की नई संभावनाएं खोलेगी.
रेलवे के आधुनिकीकरण में अहम भूमिका
कार्यक्रम के दौरान रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वर्चुअल माध्यम से जुड़कर इस परियोजना की महत्ता पर प्रकाश डाला और बताया कि यह रेलवे के आधुनिकीकरण में महत्वपूर्ण योगदान देगी. यह परियोजना न केवल प्रदेश की औद्योगिक तस्वीर बदलने का वादा करती है, बल्कि यह भारत को रेल निर्माण और रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक ले जाने में भी अहम भूमिका निभाएगी.
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