भुज, गुजरातः देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को भुज स्थित वायुसेना के एयरबेस पर पहुंचकर भारतीय सेनाओं के साहस और पराक्रम को सलाम किया. यहां जवानों से मुलाकात करते हुए उन्होंने कहा कि देश की सीमाओं पर तैनात वीर सैनिकों की निडरता और कुशलता को देखकर उन्हें गर्व महसूस हो रहा है.
उन्होंने कहा, “कल मैं जम्मू-कश्मीर के मोर्चे पर था और आज पश्चिमी सीमा पर, और दोनों ही जगह हमारे सैनिकों का जज़्बा बुलंदियों पर है. ये देखकर एक भारतीय होने के नाते मेरा सिर गर्व से ऊँचा हो जाता है.”
23 मिनट में दुश्मन का खात्मा
रक्षा मंत्री ने खास तौर पर हाल ही में हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र किया और भारतीय वायुसेना की तेज़ रणनीति और जबरदस्त परफॉर्मेंस की तारीफ की. उन्होंने कहा, कि महज 23 मिनट में भारतीय वायुसेना ने वह कर दिखाया, जिसे दुनिया सालों तक याद रखेगी. जितनी देर में आम लोग नाश्ता करते हैं, उतनी ही देर में आपने आतंक के अड्डों को नेस्तनाबूद कर दिया.” उन्होंने आगे कहा कि यह केवल मिसाइलों की गूंज नहीं थी, बल्कि भारतीय सेना के साहस और संकल्प की गूंज थी, जिसे पूरी दुनिया ने महसूस किया.
#WATCH | | Gujarat: Defence Minister Rajnath Singh says, "Indian Air Force assumed a very impactful role in #OperationSindoor and it is being appreciated not only in this country but also in the countries of the world. In this Operation, you not only dominated the enemies but… pic.twitter.com/H1j4tahq5y
— ANI (@ANI) May 16, 2025
नामकरण के पीछे की कहानी
रक्षा मंत्री ने यह भी बताया कि इस सैन्य अभियान को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम क्यों दिया गया. उन्होंने बताया कि हमारी धरती का सिंदूर सिर्फ एक रंग नहीं, बल्कि शौर्य, आस्था और बलिदान का प्रतीक है. यह नाम इस बात का प्रतीक है कि भारत अपनी सीमाओं और नागरिकों की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है.
सेना के हौसले को सलाम
भुज बेस से अपने संबोधन के दौरान राजनाथ सिंह ने जवानों के अदम्य साहस को नमन करते हुए कहा कि चाहे देश का कोई भी कोना हो—उत्तर में जम्मू-कश्मीर या पश्चिम में गुजरात. भारतीय सेना हर मोर्चे पर पूरी तरह तैयार है और किसी भी दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है. उन्होंने कहा, “देश को आप पर गर्व है. आपने यह साबित कर दिया कि भारत न केवल अपने बचाव के लिए, बल्कि साहसिक प्रतिकार के लिए भी पूरी तरह सक्षम है.”
यह भी पढ़ें: 15 ब्रह्मोस मिसाइल ने पाकिस्तान के आसमान को कर दिया था 'लाल', इधर से उधर दौड़ लगा रहे थे शहबाज-मुनीर?