वॉशिंगटन DC/रोम: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक बार फिर रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर कड़ा रुख अपनाया है. शनिवार को पोप फ्रांसिस के अंतिम संस्कार में शामिल होने के बाद, ट्रम्प ने यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद ट्रम्प ने पब्लिक प्लेटफॉर्म पर अपने संदेह जताए कि क्या रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन वास्तव में युद्ध समाप्त करना चाहते हैं.
ट्रम्प ने कहा, "पिछले कुछ दिनों में पुतिन के आदेश पर यूक्रेन के रिहायशी इलाकों पर अंधाधुंध मिसाइल हमले किए गए. यह साफ संकेत है कि शांति की ओर बढ़ने की कोई गंभीर मंशा नहीं है." उन्होंने आगे लिखा कि पुतिन के साथ निपटने के लिए एक अलग और ठोस दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता है.
जेलेंस्की ने मुलाकात को बताया ऐतिहासिक क्षण
जेलेंस्की ने राष्ट्रपति ट्रम्प के साथ अपनी बैठक को "सार्थक और आशाजनक" करार दिया. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, "हमने अकेले में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की. हमारा उद्देश्य स्पष्ट है — बिना शर्त युद्धविराम और दीर्घकालिक शांति की स्थापना. यदि हम मिलकर सकारात्मक परिणाम प्राप्त करते हैं, तो यह मुलाकात इतिहास में दर्ज हो सकती है."
यूक्रेन पर रूस के हालिया हमले से तनाव बढ़ा
इस बीच, रूस द्वारा यूक्रेन की राजधानी कीव पर किए गए ताजा हमलों ने तनाव को और बढ़ा दिया है. बीते बुधवार को रूस ने कीव समेत विभिन्न क्षेत्रों पर करीब 70 मिसाइलें और 145 ड्रोन दागे. इस हमले में कम से कम 8 नागरिकों की जान गई और 70 से अधिक घायल हुए, जिनमें 6 बच्चे भी शामिल थे.
यूक्रेनी अधिकारियों के अनुसार, हमले का मुख्य उद्देश्य कीव के रणनीतिक बुनियादी ढांचे और रिहायशी क्षेत्रों को निशाना बनाना था. कई इमारतों में आग लग गई और दर्जनों लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराना पड़ा.
ट्रम्प ने रूसी हमले की आलोचना की
ट्रम्प ने हमले पर नाराजगी जताते हुए अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा, "मैं कीव पर हुए हमले से बिल्कुल भी खुश नहीं हूं. यह अनावश्यक था और इसका समय भी गलत था. व्लादिमीर, अब रुक जाओ! हर हफ्ते हजारों सैनिकों की जान जा रही है. आइए शांति समझौते की ओर बढ़ें."
यूक्रेनी राष्ट्रपति ने जताई चिंता
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने आरोप लगाया कि रूस का यह हमला अमेरिका पर कूटनीतिक दबाव बनाने की कोशिश है. उन्होंने कहा कि रूस यूक्रेन में अराजकता फैलाकर पश्चिमी सहयोगियों के समर्थन को कमजोर करना चाहता है.
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