उत्तराखंड में बढ़ रहा डेंगू का खतरा, अब तक इतने लोग पाए गए पॉजिटिव, धामी सरकार ने जारी की एडवाइजरी

    उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में इन दिनों चटक धूप और बढ़ते तापमान ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. देहरादून और रुड़की जैसे मैदानी क्षेत्रों में दिन का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच चुका है. हालांकि, इस मौसम में गर्मी के साथ-साथ सबसे ज्यादा मच्छरों का भी आतंक देखने को मिल रहा है. बता दें कि जैसे-जैसे गर्मी बढ़ रही है, वैसे-वैसे डेंगू जैसी बीमारियों का खतरा भी सिर उठाने लगा है.

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    उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में इन दिनों चटक धूप और बढ़ते तापमान ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. देहरादून और रुड़की जैसे मैदानी क्षेत्रों में दिन का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच चुका है. हालांकि, इस मौसम में गर्मी के साथ-साथ सबसे ज्यादा मच्छरों का भी आतंक देखने को मिल रहा है. बता दें कि जैसे-जैसे गर्मी बढ़ रही है, वैसे-वैसे डेंगू जैसी बीमारियों का खतरा भी सिर उठाने लगा है. दिन ढलते ही मच्छरों का झुंड लोगों को अपनी चपेट में ले लेता है, जिससे लोगों को न सिर्फ स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, बल्कि गर्मियों के मौसम में डेंगू के फैलने की स्थिति और गंभीर होती जा रही है.

    डेंगू ने बढ़ाई टेंशन

    गर्मियों के इस मौसम में जहां लोग पसीने से तरबतर हो जाते हैं, वहीं साफ पानी के जमा होने से मच्छरों के लार्वा का विकास हो रहा है, जो डेंगू जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन रहे हैं. देहरादून में डेंगू के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. पिछले कुछ दिनों में शहर के विभिन्न इलाकों से डेंगू के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है, जिससे स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है. शहरवासियों के लिए यह किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है, क्योंकि गर्मी के मौसम में मच्छरों की संख्या तेजी से बढ़ रही है और इसके साथ ही डेंगू जैसी बीमारियों के फैलने का खतरा भी बढ़ रहा है.

    देहरादून में मिले डेंगू के 17 मरीज

    देहरादून के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO), डॉ. मनोज कुमार शर्मा ने इस समस्या पर अपने विचार साझा करते हुए कहा कि डेंगू के मामले अब प्राइवेट अस्पतालों में भी रिपोर्ट हो रहे हैं, जो कि एक गंभीर संकेत है. डॉ. शर्मा के अनुसार, अब तक 29 डेंगू मरीजों की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें से 17 मरीज देहरादून जिले के हैं और बाकी अन्य जिलों से इलाज के लिए आए हैं. उन्होंने बताया कि इस समस्या से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम के संयुक्त प्रयास जारी हैं. जिलाधिकारी के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई है, जो विभिन्न क्षेत्रों में डेंगू के लार्वा को नष्ट करने के लिए अभियान चला रही है.

    स्वास्थ्य सचिव ने की अहम बैठक

    उत्तराखंड के स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने डेंगू के बढ़ते प्रकोप को लेकर एक महत्वपूर्व बैठक की है. उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता डेंगू के मामलों को घटाना और नागरिकों की स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करना है. डेंगू मच्छर, विशेषकर एडिस एजिप्टी, घरों के आस-पास पानी जमा होने वाली जगहों पर प्रजनन करते हैं, इसलिए इन स्थानों का सफाई और निगरानी करना अत्यंत महत्वपूर्ण है. डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा कि यह समय सामूहिक जिम्मेदारी निभाने का है, ताकि राज्य को डेंगू मुक्त बनाया जा सके. सभी विभागों से अपेक्षा की गई है कि वे अपने-अपने स्तर से सतर्कता एवं जागरूकता फैलाएं और संभावित मच्छर जनित स्थलों की नियमित निगरानी करें. स्वास्थ्य सचिव ने विभिन्न विभागों को डेंगू की रोकथाम के लिए संयुक्त प्रयास करने के निर्देश दिए हैं.

    गर्मियों में सावधानी और सुरक्षा

    देहरादून और आसपास के क्षेत्रों में इस समय डेंगू के फैलने का खतरा बढ़ने के कारण शहरवासियों को सतर्क रहना जरूरी है. डेंगू से बचाव के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए जा सकते हैं. घरों में पानी को जमा होने से रोकना, मच्छरदानी का उपयोग करना और बुखार या अन्य लक्षण दिखाई देने पर तत्काल डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. इसके अलावा, सफाई अभियान और मच्छरों के लार्वा को नष्ट करने के लिए सभी को मिलकर सहयोग देना चाहिए.

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