कश्मीरी केसर, संगमरमर का... पीएम मोदी ने 'दोस्त' पुतिन को दिए स्पेशल गिफ्ट, जानें क्या है खासियत

    रूस और भारत के बीच की दोस्ती न केवल मजबूत है, बल्कि यह दोनों देशों के नेताओं की व्यक्तिगत मित्रता से भी और अधिक गहरी हो जाती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाकातें हमेशा चर्चा में रहती हैं, और हर बार कुछ न कुछ विशेष होता है.

    PM Modi gave a special gift to russia president Putin
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    नई दिल्ली: रूस और भारत के बीच की दोस्ती न केवल मजबूत है, बल्कि यह दोनों देशों के नेताओं की व्यक्तिगत मित्रता से भी और अधिक गहरी हो जाती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाकातें हमेशा चर्चा में रहती हैं, और हर बार कुछ न कुछ विशेष होता है. हाल ही में पुतिन के भारत दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें कई खास रिटर्न गिफ्ट्स दिए, जो दोनों देशों की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहरों को प्रदर्शित करते हैं. आइए जानते हैं कि पुतिन को क्या विशेष उपहार दिए गए और इनकी क्या खासियतें हैं.

    असम की काली चाय

    भारत की असम काली चाय को उसकी अद्भुत मिठास और गहरे स्वाद के लिए जाना जाता है. ब्रह्मपुत्र नदी के किनारे उगाई जाने वाली यह चाय अपने स्वास्थ्य लाभों के कारण भी प्रसिद्ध है. जीआई टैग (Geographical Indication) से सम्मानित इस चाय में केवल स्वाद ही नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक विरासत भी समाई हुई है. प्रधानमंत्री मोदी ने पुतिन को यह चाय उपहार स्वरूप दी, जो न सिर्फ भारत की चाय परंपरा का प्रतीक है, बल्कि एक स्वास्थ्यवर्धक उपहार भी है.

    चांदी का चाय का सेट

    भारत और रूस दोनों देशों में चाय का विशेष महत्व है. चाय पीने का यह अद्भुत अनुभव दोनों देशों में दोस्ती और जुड़ाव का प्रतीक है. प्रधानमंत्री मोदी ने पुतिन को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद से बने चांदी के चाय सेट से सम्मानित किया. यह सेट न सिर्फ चाय की परंपरा का प्रतीक है, बल्कि इसमें पश्चिम बंगाल की कला और शिल्प कौशल भी दर्शाया गया है.

    चांदी का घोड़ा

    भारत की धातु शिल्प परंपरा का एक बेहतरीन उदाहरण है महाराष्ट्र का यह हस्तनिर्मित चांदी का घोड़ा. इसे जटिल नक्काशी से सजाया गया है, जो भारतीय कला और संस्कृति की गहरी समझ को दर्शाता है. चांदी का यह घोड़ा रूस और भारत के बीच की साझेदारी और पारस्परिक सम्मान को भी प्रदर्शित करता है, क्योंकि यह दोनों देशों की संस्कृति में गरिमा और वीरता का प्रतीक है.

    संगमरमर का शतरंज सेट

    भारत की ओडीओपी (One District One Product) पहल के तहत आगरा का हस्तनिर्मित संगमरमर शतरंज सेट, भारतीय शिल्प कला का अद्भुत उदाहरण है. इस सेट में जड़े हुए रूपांकनों और रंगीन पत्थरों से सजा हुआ शतरंज बोर्ड, उत्तर भारतीय कला की सुंदरता को दर्शाता है. इसे खेल और कला का बेहतरीन मिश्रण माना जाता है, और यह पुतिन को भारत की सांस्कृतिक धरोहर से परिचित कराता है.

    कश्मीरी केसर

    कश्मीरी केसर, जिसे "लाल सोना" भी कहा जाता है, पुतिन को उपहार में दिया गया. यह केसर कश्मीर की पहाड़ी इलाकों में उगता है और अपने समृद्ध रंग और खुशबू के लिए प्रसिद्ध है. यह न सिर्फ खाने में एक खास स्वाद डालता है, बल्कि इसके स्वास्थ्य लाभ भी बहुत अधिक हैं. जीआई टैग से सम्मानित यह केसर भारतीय कृषि की समृद्ध विरासत का प्रतीक है, और इस उपहार के माध्यम से पीएम मोदी ने पुतिन को कश्मीर की खासियत से परिचित कराया.

    श्रीमद्भगवद्गीता (रूसी भाषा में)

    भारत की प्राचीन और आध्यात्मिक धरोहर को प्रदर्शित करने के लिए पीएम मोदी ने पुतिन को श्रीमद्भगवद्गीता का रूसी भाषा में अनुवाद भेंट किया. यह उपहार न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह जीवन के गहरे और शाश्वत ज्ञान को साझा करने का एक तरीका है. श्रीमद्भगवद्गीता का संदेश जीवन, कर्तव्य, और आध्यात्मिक मुक्ति से संबंधित है, और इसका रूसी में अनुवाद पुतिन को भारतीय संस्कृति के एक और आयाम से परिचित कराता है.

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