पेट्रोल पंप जाओ तो कैश ले जाना! कल से नहीं लेंगे UPI पेमेंट; जानें क्या है कारण?

    NO UPI on Petrol Pumps: पेट्रोल पंपों पर डिजिटल पेमेंट को लेकर महाराष्ट्र में 10 मई से एक महत्वपूर्ण बदलाव होने जा रहा है. साइबर धोखाधड़ी की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर, राज्यभर के पेट्रोल पंप मालिकों ने यूपीआई और कार्ड जैसे डिजिटल भुगतान माध्यमों को अस्थायी रूप से बंद करने का निर्णय लिया है.

    Petrol Pump Will not accept upi payments from 10 may due to cyber frauds
    Image Source: Freepik

    NO UPI on Petrol Pumps: पेट्रोल पंपों पर डिजिटल पेमेंट को लेकर महाराष्ट्र में 10 मई से एक महत्वपूर्ण बदलाव होने जा रहा है. साइबर धोखाधड़ी की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर, राज्यभर के पेट्रोल पंप मालिकों ने यूपीआई और कार्ड जैसे डिजिटल भुगतान माध्यमों को अस्थायी रूप से बंद करने का निर्णय लिया है.

    क्यों लिया गया यह कदम?

    महाराष्ट्र में 2024 में साइबर धोखाधड़ी के मामलों में 85% की वृद्धि दर्ज की गई, जिससे कुल वित्तीय नुकसान ₹7,634 करोड़ तक पहुंच गया. पुणे और मुंबई जैसे शहरों में सबसे अधिक नुकसान हुआ है . पेट्रोल पंप मालिकों का कहना है कि धोखाधड़ी के मामलों में वृद्धि के कारण उनके खातों को फ्रीज किया जा रहा है, जिससे उन्हें वित्तीय और संचालन संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
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    महाराष्ट्र पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने लिया फैसला 

    विदर्भ पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन और फेडरेशन ऑफ ऑल महाराष्ट्र पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने इस कदम की घोषणा की है. नासिक के पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन ने भी इसी तरह की स्थिति का सामना करने की बात की है. इन एसोसिएशनों का कहना है कि धोखाधड़ी के मामलों में वृद्धि के कारण उनके खातों को फ्रीज किया जा रहा है, जिससे उन्हें वित्तीय और संचालन संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.

    क्या करें ग्राहक?

    यदि आप पेट्रोल पंप पर डिजिटल भुगतान करने की योजना बना रहे हैं, तो कैश या क्रेडिट/डेबिट कार्ड जैसे वैकल्पिक भुगतान माध्यमों का उपयोग करें. इससे न केवल आप धोखाधड़ी से बचेंगे, बल्कि पेट्रोल पंप मालिकों को भी राहत मिलेगी.

    सरकार की पहल

    सरकार और भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने डिजिटल भुगतान सुरक्षा को बढ़ाने के लिए कई उपाय किए हैं, जैसे दो-चरणीय प्रमाणीकरण, दैनिक लेन-देन सीमा, और धोखाधड़ी की निगरानी के लिए AI/ML आधारित मॉडलों का उपयोग . हालांकि, इन उपायों के बावजूद, धोखाधड़ी की घटनाओं में कमी नहीं आई है, जिससे व्यापारियों और ग्राहकों दोनों को चिंता है. इस स्थिति में, डिजिटल भुगतान के उपयोगकर्ताओं को सतर्क रहने की आवश्यकता है और यदि संभव हो तो वैकल्पिक भुगतान माध्यमों का उपयोग करना चाहिए. साथ ही, सरकार और संबंधित अधिकारियों से अपेक्षाएँ हैं कि वे डिजिटल भुगतान सुरक्षा को और मजबूत करें ताकि ऐसी घटनाओं में कमी लाई जा सके.

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