इस्लामाबाद: सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा एक वीडियो पाकिस्तान के लोकतंत्र के दावों को सीधी चुनौती देता दिखाई दे रहा है. वीडियो में बलूचिस्तान के लोग पाकिस्तानी सेना के ट्रकों पर पत्थर बरसाते नजर आ रहे हैं और वो भी बिना किसी डर या झिझक के. ये सिर्फ एक वीडियो नहीं है, बल्कि दशकों की अनदेखी, दमन और शोषण का एक उबाल है जो अब खुलेआम सड़कों पर फूट पड़ा है.
खुलेआम विरोध, बेखौफ नाराज़गी
वीडियो में देखा जा सकता है कि पाकिस्तानी सेना का काफिला जैसे ही बलूचिस्तान की एक सड़क से गुजरता है, स्थानीय लोग सड़क किनारे खड़े होकर उस पर पत्थर फेंकना शुरू कर देते हैं. यह दृश्य चौंकाने वाला ज़रूर है, लेकिन बलूच जनता की पीड़ा जानने वालों के लिए नया नहीं.
The grand welcome for the #PakistanArmy in Pakistan Occupied Jammu & Kashmir. pic.twitter.com/znELGTYUN7
— Lt Col Vikas Gurjar 🇮🇳 (@Ltcolonelvikas) May 27, 2025
ये कोई अचानक भड़का गुस्सा नहीं, बल्कि सालों से जमा हो रही नाराज़गी का नतीजा है, जो अब साहस के साथ बाहर आ रही है. बलूच लोगों का यह गुस्सा अब सोशल मीडिया की सीमाओं को पार कर अंतरराष्ट्रीय ध्यान आकर्षित कर रहा है.
बलूचिस्तान: हाशिए पर एक भू-भाग
बलूचिस्तान दशकों से पाकिस्तान की उपेक्षा और सैन्य दमन का शिकार रहा है. राजनीतिक तौर पर अलग-थलग, आर्थिक रूप से शोषित और सामाजिक रूप से अनदेखा किया गया यह इलाका लगातार सरकार और सेना की नीतियों का विरोध करता रहा है.
आर्थिक संसाधनों की लूट: बलूचिस्तान प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर है, लेकिन स्थानीय लोगों को उनका लाभ नहीं मिलता.
गायब होते नागरिक: मानवाधिकार संगठनों के अनुसार, हजारों बलूच नागरिक जबरन लापता कर दिए गए हैं.
ये भी पढ़ें- ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान-चीन ही नहीं, अमेरिका को भी लगा बड़ा झटका, भारत का कद बढ़ा, पढ़ें रिपोर्ट