कौन हैं 19 साल की परमजीत कौर? ‘दैट गर्ल’ सॉन्ग से इंटरनेट पर लगा दी आग

    मोहाली की गलियों से उठी एक आवाज़ अब पंजाब के मर्दाना रैप परिदृश्य में हलचल मचा रही है. यह आवाज़ है परम उर्फ़ परमजीत कौर की, जिनका नया गाना सिर्फ़ बीट्स पर नहीं, बल्कि ज़ज़्बातों पर बना है.

    Paramjeet Kaur Girl from small village rap goes viral on social media
    Image Source: Social Media

    मोहाली की गलियों से उठी एक आवाज़ अब पंजाब के मर्दाना रैप परिदृश्य में हलचल मचा रही है. यह आवाज़ है परम उर्फ़ परमजीत कौर की, जिनका नया गाना सिर्फ़ बीट्स पर नहीं, बल्कि ज़ज़्बातों पर बना है. एक टिन की छतों वाले घर की खिड़की से निकलती हुई, “वर्ल्ड सर्किट” टी‑शर्ट और कार्गो पैंट में सजी परम, अपने गले में सोने की चेन लिए, गुस्से और इरादों की लहर लेकर आती हैं. उनके शब्दों में मालवा की मिठास नहीं, सच्चाई और तीखा tezpan है.


    ब्रिटिश प्रोड्यूसर मन्नी संधू ने इस गाने को तैयार किया है. रिकॉर्डिंग बड़े स्टूडियो की बजाय पंजाब के एक एयरबीएनबी में हुई. बाहर मोटर‑गाड़ियों की आवाज़ें थीं, हल्की आहटें थीं. लेकिन परम की आवाज़ इतनी प्रासंगिक और मुखर थी कि हर शोर में वो अलग खड़ी दिखी. कुछ ही मिनटों में बेसिक वाइब तैयार हो गया था. बाद में यह धुन यूके ले जाई गई और वहां अंतिम मिक्स और म्यूज़िक वीडियो का शूट मोहाली में संपन्न हुआ. इंडी लेबल कोलैब क्रिएशंस ने इस काम में इमोशनल और कलात्मक सहारा दिया.

    परम ने रैप को नई पहचान दी

    पंजाब के रैप सीन में जहां औरतों का अक्सर उपयोग वीनर ही रहा है. गीतों की वीडियो में या बैकअप डांसर के रूप में  वहीं परम ने खुद गीत लिखा, कम्पोज़ किया और अपनी आवाज़ से उसे ज़िंदा किया. उनका अंदाज़ ने दिखावा नहीं, हक़ीक़त बोला है. स्पीड रिकॉर्ड्स के मैनेजिंग डायरेक्टर सतविंदर सिंह कोहली कहते हैं. “परम एक अनोखी आवाज़ हैं. पंजाब में महिलाएँ पॉप या फोक संगीत में नाम बनाती हैं, लेकिन रैप में कोई स्थायी उपस्थिति नहीं थी. परम ने वह जगह बनाई है.”

     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     

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    जड़ें मोगा की मिट्टी में

    परम की कहानी बहुत दूर किसी फैंसी स्टूडियो‑जी से शुरू नहीं हुई. वह मोगा जिले के छोटे से गाँव डुनेके की रहने वाली हैं. पिता मजदूरी करते हैं, माँ घरेलू काम करती हैं. दसवीं कक्षा में पढ़ाई के दौरान ही रैप ने दिल जीत लिया. उसके बाद डीएम कॉलेज, मोगा में संगीत विषय में पढ़ने लगीं. वहीं कॉलेज के दिनों में उनका मिलन हुआ जशनप्रीत सिंह (साब) से, और दोनों ने मिलकर “दैट गर्ल” लिखा.

    दोस्तों के साथ रैप सेशन और सोशल मीडिया पहचान

    परम, साब और उनके दोस्त अक्सर दाना मंडी, मोगा में मिलकर फ्रीस्टाइल रैप सेशन करते थे. इंस्टाग्राम पर उनके रेपो ज़रूर देखे जाते थे — Malwa Hood और cypher.pb29 नाम से रील्स चलते थे. इन छोटी सी वीडियोज़ ने उनको लोगों के दिलों तक पहुँचाया. परम की आवाज़ सीधी लगती है, उनके बोल गुस्से और हक़ीक़त से लबरेज़ होते हैं.

    'दैट गर्ल'  आत्मनिर्भरता और प्रेरणा की गाथा

    गाने “दैट गर्ल” में परम यह बताती हैं कि उन्हें किसी का सहारा नहीं चाहिए. गाने में जियोना मोर का ज़िक्र आता है. लोककथा की नायिका, जो कमजोरों की आवाज़ बनती है. परम खुद को उसी परंपरा का हिस्सा मानती हैं. मंच पर जब वे रैपर बनीं, तो आत्मविश्वास झलकता है; पर बाहर गांव की साधारण लड़की की तरह दिखती हैं.उनका बड़ा सपना है. माँ‑पिता के लिए अच्छा घर हो, उनका जीवन सुकून भरा हो. बीबीसी पंजाबी की डॉक्यूमेंट्री में उन्होंने कहा था. “मैं बस अपने परिवार का पेट पालना चाहती हूँ. मैं चाहती हूँ कि मेरे माता‑पिता आराम से अपने घर में बैठें. संगीत मेरे लिए सिर्फ शोहरत नहीं, बल्कि घर और सुकून का सपना है.”

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