जम्मू: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत के संभावित जवाबी कदमों से पाकिस्तान में गहरी बेचैनी फैल गई है. भारतीय सेना के सक्रिय रुख के बीच पाकिस्तान ने लगातार पांचवें दिन नियंत्रण रेखा (LoC) पर संघर्षविराम का उल्लंघन किया. भारतीय सेना ने इस उकसावे का संयमित और प्रभावी जवाब दिया है, जिससे सीमा पर तनाव चरम पर है.
पांच दिन से एलओसी पर लगातार फायरिंग
भारतीय सेना के आधिकारिक बयान के मुताबिक, 28-29 अप्रैल 2025 की दरम्यानी रात को पाकिस्तानी सेना ने बिना किसी उकसावे के कुपवाड़ा, बारामुला और अखनूर सेक्टर में छोटे हथियारों से गोलीबारी की. भारतीय सैनिकों ने अत्यंत संयम और कुशलता के साथ इस हमले का जवाब दिया.
बीते कुछ दिनों में पाकिस्तान ने तुतमारी गली, रामपुर सेक्टर और अब अखनूर जैसी संवेदनशील चौकियों को निशाना बनाकर संघर्षविराम उल्लंघन को एक नया स्तर दे दिया है. हालांकि हर बार भारतीय जवानों ने मुंहतोड़ जवाब देते हुए किसी भी प्रकार की घुसपैठ या नुकसान को रोक दिया है.
आतंकवादियों पर भारतीय सेना की कार्रवाई
भारत ने आतंकी हमले के बाद स्थानीय आतंकियों पर भी कड़ा प्रहार किया है. जम्मू-कश्मीर में कई आतंकियों के ठिकानों पर छापेमारी की गई है और संदिग्ध ठिकानों को ध्वस्त किया गया है.
सेना ने बैसारन घाटी से सटे कोकरनाग के घने जंगलों में सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया है, जहां पहलगाम हमले के बाद आतंकियों की गतिविधियों के इनपुट मिले थे. सेना का लक्ष्य है कि किसी भी संभावित खतरे को जड़ से समाप्त कर दिया जाए.
पाकिस्तान में भी बढ़ा खतरे का एहसास
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ ने भी स्वीकार किया है कि भारत की ओर से किसी भी समय सैन्य कार्रवाई की जा सकती है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की सेना को पूरी तरह सतर्क कर दिया गया है और सरकार को भी संभावित खतरे की जानकारी दी गई है.
यह बयान पाकिस्तान के उच्चतम स्तर पर फैले डर और अनिश्चितता को दर्शाता है. इससे साफ है कि भारत की सख्त नीति का प्रभाव प्रत्यक्ष तौर पर महसूस किया जा रहा है.
दिल्ली में हाई-लेवल मीटिंग्स, भारत तैयार
उधर, भारत में भी सैन्य और राजनीतिक हलचलों में तेजी आई है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लगातार दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और मौजूदा हालात पर विस्तृत चर्चा की. सूत्रों के अनुसार, रक्षा मंत्री ने प्रधानमंत्री को आश्वस्त किया कि तीनों सेनाएं (थलसेना, नौसेना और वायुसेना) किसी भी संभावित अभियान के लिए पूरी तरह तैयार हैं.
इस स्थिति में यह अनुमान लगाया जा रहा है कि भारत निकट भविष्य में पाकिस्तान के खिलाफ एक निर्णायक सैन्य कार्रवाई कर सकता है.
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