भारत सही! अब सपोर्ट में उतरे UN चीफ गुटरेस; आतंकिस्तान को लेकर कर डाली ये मांग

    22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में फिर से बारूद भर दी है. इस हमले में 26 मासूम लोगों की मौत के बाद पूरे भारत में आक्रोश है, वहीं पाकिस्तान अपनी छवि बचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सफाई देता फिर रहा है.

    Pakistan tension us chief antonio guterres tune after jaishankar remark
    Image Source: Social Media/ANI

    22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में फिर से बारूद भर दी है. इस हमले में 26 मासूम लोगों की मौत के बाद पूरे भारत में आक्रोश है, वहीं पाकिस्तान अपनी छवि बचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सफाई देता फिर रहा है. लेकिन इस बार भारत का रुख बेहद साफ और आक्रामक है, ना सिर्फ सख्त कार्रवाई के संकेत दिए गए हैं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी दो टूक जवाब मिल रहा है.

    पाकिस्तान की बेचैनी और वैश्विक प्रतिक्रिया

    हमले के बाद पाकिस्तान लगातार यह दावा कर रहा है कि भारत किसी भी समय एलओसी पार कर सैन्य कार्रवाई कर सकता है. पाकिस्तान के नेताओं और सेना प्रमुखों की बयानों में चिंता साफ झलकती है. दूसरी ओर, रूस और अमेरिका जैसे प्रमुख देशों ने भारत के साथ खड़े होकर हमले की निंदा की है. वहीं, चीन और तुर्की जैसे देश पाकिस्तान के समर्थन में नजर आए. यूरोप के कुछ देश फिर से 'संयम' और 'शांति' की सलाह देते दिखाई दिए.

    'हमें ज्ञान नहीं, साझेदारी चाहिए'

    भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने हाल ही में आर्कटिक सर्कल इंडिया फोरम में ऐसा बयान दिया जिसने वैश्विक समुदाय को आइना दिखा दिया. जयशंकर ने कहा, "जब हम दुनिया को देखते हैं तो हम सहयोगी ढूंढते हैं, न कि ऐसे लोग जो हमें उपदेश दें, खासकर वे जो खुद अपने देश में वो नहीं करते जो दूसरों को सिखाते हैं. इस संदेश का सीधा संकेत उन यूरोपीय देशों की ओर था जो भारत को संयम बरतने की सलाह दे रहे हैं लेकिन खुद कभी वैसा नहीं करते.

    संयुक्त राष्ट्र महासचिव का बदला रुख

    एस. जयशंकर के तीखे बयान के कुछ ही दिनों बाद, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के स्वर भी बदलते नजर आए. उन्होंने पहलगाम हमले की कड़ी निंदा करते हुए दोषियों को सजा देने की बात कही—जो अब तक उनके बयानों में नहीं देखा गया था. गुटेरेस ने कहा,इस तरह का आतंकवादी हमला बेहद भयावह है और नागरिकों को निशाना बनाना किसी भी हाल में स्वीकार्य नहीं है. हमले के दोषियों को कानून के कठघरे में लाया जाना चाहिए.

    UN चीफ की संयम की अपील, लेकिन भारत की भाषा में बयान

    हालांकि गुटेरेस ने सैन्य टकराव से बचने की अपील भी की, लेकिन उन्होंने पहली बार भारत के सुर में सुर मिलाते हुए स्पष्ट रूप से दोषियों को सजा देने की जरूरत पर जोर दिया. उनका कहना था कि मौजूदा तनाव खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है और अगर जरा सी चूक हुई, तो हालात नियंत्रण से बाहर जा सकते हैं.
     

    यह भी पढ़ें: युद्ध के लिए भारत तैयार! MHA के इस ऐलान से थर्रा उठा पूरा पाकिस्तान, ख्वाजा बोला-कभी भी हो सकता है हमला