Pakistan Army Operation: पाकिस्तान की सेना ने एक बार फिर बलूचिस्तान में सक्रिय उग्रवादियों और अलगाववादियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए बड़ा ऑपरेशन चलाया है. अफगानिस्तान सीमा से सटे इलाकों में बीते चार दिनों में की गई इस सैन्य कार्रवाई में कुल 50 विद्रोहियों को मार गिराया गया है. सेना के मुताबिक, यह अभियान अशांत दक्षिण-पश्चिमी बलूचिस्तान में चलाया गया, जो रणनीतिक रूप से बेहद अहम है और चीन की महत्वाकांक्षी वन बेल्ट वन रोड परियोजना का प्रमुख केंद्र भी है.
बलूचिस्तान पाकिस्तान का सबसे बड़ा प्रांत है, जो अपनी खनिज संपदा और भौगोलिक स्थिति के कारण लंबे समय से उग्रवादी गतिविधियों का केंद्र बना हुआ है. यहां न केवल धार्मिक उग्रवादी बल्कि अलगाववादी गुट भी सक्रिय हैं, जो प्रांत की संपदा पर अपने अधिकार की मांग को लेकर समय-समय पर हिंसक कार्रवाइयों को अंजाम देते रहे हैं.
आईएसपीआर ने दी जानकारी
पाकिस्तानी सेना के जनसंपर्क विभाग (ISPR) ने एक आधिकारिक बयान में बताया कि ये सभी उग्रवादी उस सैन्य अभियान में मारे गए हैं, जो गुरुवार से शुरू हुआ था. मारे गए विद्रोहियों के पास से बड़ी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक भी बरामद किए गए हैं. बयान में यह भी स्पष्ट किया गया है कि सुरक्षा बल देश की सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने और आंतरिक शांति बनाए रखने के लिए पूरी तरह से समर्पित हैं.
राष्ट्रीय सुरक्षा और विकास दोनों पर नज़र
सेना ने बलूचिस्तान में हाल की घटनाओं को देश की सुरक्षा और स्थिरता के लिए खतरा बताया है. साथ ही यह दोहराया कि वे किसी भी घुसपैठ या विद्रोही गतिविधि को सफल नहीं होने देंगे. इस क्षेत्र की स्थिरता न केवल पाकिस्तान की आंतरिक सुरक्षा के लिए जरूरी है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय परियोजनाओं के सफल संचालन के लिए भी अनिवार्य मानी जा रही है.
यह ऑपरेशन दर्शाता है कि पाकिस्तान सरकार और सेना, देश के भीतर और सीमाओं पर बढ़ते खतरों से निपटने के लिए निर्णायक और आक्रामक रणनीति अपनाने को तैयार है.
यह भी पढ़ें- बिहार में सब्जी की खेती से बदलेगा दियारा क्षेत्र का भविष्य, गंडक नदी के किनारे नई उम्मीद की शुरुआत