India Pakistan Clash: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की अस्थायी अध्यक्षता इस महीने पाकिस्तान को मिली है, और इसके साथ ही एक बार फिर कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाने की उसकी कोशिशें तेज़ हो गई हैं. पाकिस्तान ने परिषद की आगामी बैठक को ध्यान में रखते हुए कूटनीतिक प्रयास तेज कर दिए हैं, जबकि भारत भी हर मोर्चे पर तैयार नज़र आ रहा है.
क्या होगी चर्चा?
सूत्रों के मुताबिक, परिषद की इस सप्ताह प्रस्तावित बैठक में अंतरराष्ट्रीय विवादों के शांतिपूर्ण समाधान पर चर्चा होगी, और पाकिस्तान इस मंच का इस्तेमाल कश्मीर मुद्दे को उजागर करने के लिए कर सकता है. भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी एकतरफा या भ्रामक बयान का वह ठोस और तथ्यों पर आधारित जवाब देगा.
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि असीम इफ्तिखार अहमद ने हाल ही में बयान दिया था कि कश्मीर विवाद को हल करने का समय आ गया है, और इसे सिर्फ पाकिस्तान की जिम्मेदारी नहीं माना जाना चाहिए। उन्होंने सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्यों से अपील की कि वे इस दिशा में ठोस कदम उठाएं.
ओआईसी और संयुक्त राष्ट्र के बीच नई साझेदारी की पहल
इस बीच, पाकिस्तान इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) और संयुक्त राष्ट्र के बीच संभावित साझेदारी की तैयारी में भी जुटा है. जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार इस प्रस्तावित साझेदारी की अध्यक्षता करेंगे. 1969 में स्थापित OIC के 57 सदस्य देशों में से कई ने पहले भी जम्मू-कश्मीर के मसले पर भारत के दृष्टिकोण पर सवाल उठाए हैं.
हालांकि भारत ने बार-बार स्पष्ट किया है कि जम्मू-कश्मीर उसका आंतरिक मामला है और इस पर किसी तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं हो सकती. भारत का रुख साफ है, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता से किसी भी सूरत में समझौता नहीं किया जाएगा.
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