PoK को खाली करे पाक, तीसरे पक्ष का दखल मंजूर नहीं.. भारत का पाकिस्तान को सख्त संदेश

    भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए संघर्ष विराम के बाद, भारत सरकार ने विदेश मंत्रालय के माध्यम से अपना स्पष्ट रुख प्रस्तुत किया है. मंत्रालय ने दोहराया है कि जम्मू-कश्मीर से संबंधित सभी मुद्दों का समाधान केवल द्विपक्षीय वार्ता के माध्यम से ही किया जाएगा और भारत किसी भी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को स्वीकार नहीं करेगा.

    Pakistan must vacate PoK third nation not accepted on kashmir Foreign Ministry pc
    Image Source: ANI

    भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए संघर्ष विराम के बाद, भारत सरकार ने विदेश मंत्रालय के माध्यम से अपना स्पष्ट रुख प्रस्तुत किया है. मंत्रालय ने दोहराया है कि जम्मू-कश्मीर से संबंधित सभी मुद्दों का समाधान केवल द्विपक्षीय वार्ता के माध्यम से ही किया जाएगा और भारत किसी भी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को स्वीकार नहीं करेगा. यह बयान पाकिस्तान के उस दावे के संदर्भ में आया है जिसमें उसने जम्मू और कश्मीर विवाद को एक अंतरराष्ट्रीय विवाद बताया था. भारत ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि यह विवाद पाकिस्तान द्वारा अवैध रूप से कब्जाए गए भारतीय क्षेत्र से संबंधित है, जिसे खाली करना पाकिस्तान की जिम्मेदारी है.

    पीओके को खाली करे पाकिस्तान

    विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा कि 10 मई को दोनों देशों के डीजीएमओ स्तर पर हुई बातचीत के दौरान, संघर्ष विराम की तिथि, समय और शब्दावली पर सहमति बनी थी. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारत ने पाकिस्तान को यह संदेश दिया है कि उसे पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) को खाली करना होगा.

    न्यूक्लियर वॉर के दावे को किया खारिज

    आपको बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बीते दिन भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध छिड़ने का दावा किया था. उन्होंने कहा था कि अगर अमेरिका की मध्यस्थता से दोनों देशों के सीजफायर नहीं होता तो परमाणु युद्ध भी छिड़ सकता था. वहीं अब विदेश मंत्रालय ने उस दावे को खारिज किया है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि सैन्य कार्रवाई पूरी तरह से पारंपरिक क्षेत्र में थी. कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया था कि पाकिस्तान की नेशनल कमांड अथॉरिटी 10 मई को बैठक करेगी, लेकिन बाद में उन्होंने इसका खंडन किया. पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने खुद रिकॉर्ड पर परमाणु पहलू से इनकार किया है. जैसा कि आप जानते हैं, भारत का दृढ़ रुख है कि वह परमाणु ब्लैकमेल के आगे नहीं झुकेगा या इसका हवाला देकर सीमा पार आतंकवाद को संचालित करने की अनुमति नहीं देगा.

    'ऑपरेशन सिंदूर स्थगित हुआ, समाप्त नहीं'

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि यदि उसने आतंकवादियों का समर्थन जारी रखा, तो भारत फिर से सैन्य कार्रवाई कर सकता है. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर स्थगित हुआ है, समाप्त नहीं. उन्होंने इसे एक नीति बताया है, जिसका उद्देश्य पाकिस्तान को आतंकवादियों का समर्थन करने से रोकना है.

    ये भी पढ़ें: ऑपरेशन सिंदूर के बाद अब ऑपरेशन केलर क्या है? जो बना घाटी के आतंकियों का काल