कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव खतरनाक मोड़ पर पहुंच चुका है. जहां एक ओर कूटनीतिक रिश्तों में तल्खी आई है, वहीं अब यह टकराव सैन्य और विमानन क्षेत्र तक जा पहुंचा है. दोनों देशों ने एक-दूसरे के विमानों के लिए अपने-अपने हवाई क्षेत्र बंद कर दिए हैं. साथ ही सीमा पर गोलीबारी और सैन्य तैयारियों में भी तेजी आ गई है.
हवाई क्षेत्र पर बैन: अब भारत की बारी
पाकिस्तान द्वारा पहले भारतीय विमानों के लिए अपने एयरस्पेस को बंद करने के बाद, अब भारत ने भी कड़ा जवाब देते हुए पाकिस्तानी विमानों के लिए 30 अप्रैल से 23 मई तक हवाई क्षेत्र बंद करने का निर्णय लिया है. भारत सरकार ने इस फैसले की सूचना 'नोटम' (Notice to Airmen) जारी कर दी है, जिसके तहत किसी भी पाकिस्तानी विमान को भारतीय हवाई क्षेत्र में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी.
पाकिस्तान ने बढ़ाई सीमा पर निगरानी, चीन से मिला समर्थन
जवाबी कार्रवाई से पहले पाकिस्तान ने खुद की सुरक्षा को मजबूत करना शुरू कर दिया है. LOC के आसपास चीन से प्राप्त एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम की तैनाती की गई है और रणनीतिक स्थानों पर जैमर लगाए गए हैं, ताकि भारतीय वायुसेना की किसी भी गतिविधि पर नजर रखी जा सके और घुसपैठ को रोका जा सके. ये मिसाइल सिस्टम चीनी तकनीक पर आधारित हैं, जो हवाई खतरे का तत्काल जवाब देने में सक्षम माने जाते हैं.
LOC पर फिर गोलीबारी, सातवां दिन लगातार संघर्षविराम उल्लंघन
तनाव का सबसे खतरनाक पहलू LOC पर रोजाना हो रही गोलीबारी है. पाकिस्तानी सेना द्वारा लगातार सातवें दिन संघर्षविराम का उल्लंघन किया गया. जम्मू-कश्मीर के उरी, कुपवाड़ा और अखनूर सेक्टर में देर रात पाकिस्तानी पोस्ट्स से की गई फायरिंग का भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया.
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