श्रीनगर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के दौरे पर दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल ‘चिनाब ब्रिज’ का उद्घाटन कर देश को एक ऐतिहासिक तोहफा दिया. साथ ही केंद्रशासित प्रदेश को नई वंदे भारत ट्रेन की सौगात भी मिली. यह दौरा ऐसे वक्त में हुआ है जब हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था. पीएम मोदी ने जहां विकास और सुरक्षा का स्पष्ट संदेश दिया, वहीं पाकिस्तान ने इस पर तीखी और पूर्वानुमेय प्रतिक्रिया दी.
मोदी का विकास और दृढ़ता का संदेश
पीएम मोदी ने चिनाब ब्रिज पर पैदल चलकर उद्घाटन करते हुए एक प्रतीकात्मक और राजनीतिक संदेश दिया, "कश्मीर का भविष्य अब विकास, कनेक्टिविटी और राष्ट्रीय एकता से तय होगा."
उन्होंने अपने भाषण में कहा, "जो लोग कश्मीर के विकास की राह में रोड़ा अटकाते हैं, उन्हें सबसे पहले मोदी का सामना करना पड़ेगा."
उन्होंने पहलगाम हमले की निंदा करते हुए पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा कि कुछ ताकतें अभी भी कश्मीर की शांति को बर्दाश्त नहीं कर पा रहीं. उन्होंने कहा, "इन ताकतों ने इंसानियत और कश्मीरियत दोनों पर हमला किया है."
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया: पुरानी बातें, नया मंच
प्रधानमंत्री के बयान पर पाकिस्तान का विदेश मंत्रालय तुरंत हरकत में आया और एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा, "भारत के प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर को लेकर जो भ्रामक और बेबुनियाद बातें की हैं, उन्हें पाकिस्तान सिरे से खारिज करता है."
पाकिस्तान ने एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र प्रस्तावों की दुहाई देते हुए जम्मू-कश्मीर को 'अंतरराष्ट्रीय विवादित क्षेत्र' बताया और भारत पर 'मानवाधिकार हनन' के आरोप लगाए. साथ ही पहलगाम हमले को लेकर पाकिस्तान पर लगाए गए आरोपों को 'बिना सबूत' करार दिया.
कश्मीर पर फिर दोहराया पुराना राग
पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय और मानवाधिकार संगठनों से अपील की कि वे 'भारत की कार्रवाइयों पर रोक लगाएं' और 'कश्मीरियों को आत्मनिर्णय का अधिकार दिलाएं.' उन्होंने अपने बयान में कहा, "कश्मीरियों के अधिकारों और सम्मान की लड़ाई में पाकिस्तान हमेशा उनके साथ खड़ा रहेगा."
हालांकि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान की इस प्रकार की अपीलों को हालिया वर्षों में बहुत कम समर्थन मिला है, विशेषकर तब जब भारत वैश्विक मंचों पर अपनी कूटनीति और कश्मीर में चल रहे विकास कार्यों को प्रमुखता से सामने रखता आया है.
वास्तविकता क्या कहती है?
चिनाब ब्रिज, 359 मीटर ऊंचा होकर दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च ब्रिज है और यह जम्मू-कश्मीर को देश के अन्य हिस्सों से स्थायी रूप से जोड़ता है.
वंदे भारत ट्रेन अब जम्मू-कश्मीर के भीतर और बाहर यात्रा को तेज, सुरक्षित और आरामदायक बनाएगी.
पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के पीछे पाक प्रायोजित आतंकवाद की जांच भारत के एजेंसियों द्वारा की जा रही है, और प्रारंभिक रिपोर्ट्स इसी दिशा में इशारा करती हैं.
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