भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया सैन्य टकराव ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया कि भारतीय बल अपनी रणनीतिक क्षमता और तकनीकी ताकत में पाकिस्तान से कहीं आगे हैं. भारतीय सेना की ऑपरेशन सिंदूर के दौरान की गई कार्रवाई ने पाकिस्तान में छिपे आतंकवादियों और उनके आधारों को ऐसा झटका दिया कि अब उनके लिए इस तरह की संगठित प्रतिक्रिया करना बहुत मुश्किल हो गया है. इस टकराव ने पाकिस्तान के सैन्य ढांचे और उसकी रक्षा प्रणाली की कमजोरियों को पूरी दुनिया के सामने उजागर कर दिया है.
इस बार भारत ने न केवल आतंकवादी ढांचों को ध्वस्त किया, बल्कि पाकिस्तानी सैन्य अड्डों को भी निशाना बनाया. भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान के 11 एयरबेस को निशाना बनाया, जिनमें रहीम यार खान और सरगोधा एयरबेस जैसे महत्वपूर्ण ठिकाने शामिल थे. खास बात यह रही कि सरगोधा एयरबेस पाकिस्तान के परमाणु ठिकानों के पास स्थित था, जो इस हमले की रणनीतिक अहमियत को और बढ़ा देता है. पाकिस्तान की ओर से भारतीय वायुसेना को रोकने के लिए कई ड्रोन और मिसाइल हमले किए गए, लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणाली के सामने उनकी सारी कोशिशें नाकाम साबित हुईं.
पाकिस्तान की रक्षा प्रणाली की विफलता
भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) की एक टिप्पणी ने पाकिस्तान की सैन्य क्षमता की पोल खोल दी. उन्होंने अपने संबोधन में अंतरराष्ट्रीय मीडिया से चुनौती दी कि वे पाकिस्तान द्वारा किए गए हमलों में भारतीय प्रतिष्ठानों की एक भी खिड़की का शीशा दिखाएं, जिसे पाकिस्तानी सेना ने तोड़ा हो. इससे स्पष्ट हो गया कि भारत की रक्षा प्रणाली इतनी मजबूत है कि पाकिस्तान के हमले पूरी तरह से बेकार हो गए.
पाकिस्तान ने भारत पर 840 मिसाइलें दागी थीं, लेकिन इनमें से कोई भी मिसाइल भारतीय ठिकानों को नहीं भेद पाई. अधिकतर मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर दिया गया, जबकि कुछ तो खुले मैदानों में गिरीं, और कुछ मिसाइलें तो फेल होकर गिरीं. यह पाकिस्तान की सैन्य क्षमता को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है.
पाकिस्तान का चीनी रक्षा सिस्टम पूरी तरह नाकाम
जब भारत की मिसाइलों को रोकने में पाकिस्तान का चीनी एयर डिफेंस सिस्टम HQ-9 नाकाम साबित हुआ, तो यह उसकी तकनीकी कमजोरी को और उजागर करता है. भारत की स्कैल्प, रैम्पेज और क्रिस्टल मेज मिसाइलों ने पाकिस्तान के आतंकवादी ठिकानों जैसे लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालयों पर सटीक निशाना लगाया और उन्हें नष्ट कर दिया. सैटेलाइट तस्वीरों में साफ दिख रहा था कि ये ठिकाने तबाह हो गए हैं.
पाकिस्तान की लाचार वायु रक्षा प्रणाली
पाकिस्तान की वायु रक्षा प्रणाली इस हद तक लाचार साबित हुई कि भारत के ड्रोन ने लाहौर में पाकिस्तान की वायु रक्षा को भी निशाना बना लिया. पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ का बयान भी इस बुरे प्रदर्शन को लेकर चौंकाने वाला था, जिसमें उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान ने जानबूझकर अपनी वायु रक्षा प्रणाली तैनात नहीं की, ताकि भारत को उसकी लोकेशन के बारे में पता न चले. यह बयान साफ तौर पर यह दिखाता है कि पाकिस्तान की सैन्य तैयारी कितनी कमजोर है.
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